वाराणसी
दिवाली और छठ पर ट्रेनों में जबरदस्त भीड़, स्लीपर की हालत जनरल कोच जैसी, कई ट्रेनें घंटों लेट

वाराणसी। दिवाली और छठ के महापर्व पर घर जाने के लिए यात्रियों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। सरकारी और गैर-सरकारी कार्यालयों में छुट्टियों के चलते लोग भारी संख्या में रेलवे स्टेशन और बस अड्डों पर पहुँच रहे हैं। इस कारण से ट्रेनों में भीड़ अत्यधिक बढ़ गई है और लोग किसी भी तरह अपने घर पहुंचने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
भीड़ से खचाखच ट्रेनें
बड़े शहरों से आने वाली मुंबई की महानगरी एक्सप्रेस, कामायनी, एलटीटी-बनारस सुपरफास्ट, पवन, एलटीटी-गोरखपुर, दिल्ली की शिवगंगा एक्सप्रेस, नई दिल्ली-बनारस सुपरफास्ट, सद्भावना एक्सप्रेस, फरक्का और स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस में यात्रियों की जबरदस्त भीड़ देखने को मिल रही है। इन ट्रेनों से वाराणसी कैंट और बनारस स्टेशन पर भारी संख्या में यात्री उतर रहे हैं। स्लीपर कोच में जनरल टिकट वाले यात्री फर्श पर बैठकर यात्रा करने को मजबूर हो रहे हैं और टिकट निरीक्षकों से मदद की गुहार लगा रहे हैं।
हेल्प डेस्क पर सहायता की व्यवस्था
कैंट स्टेशन पर उमड़ी भीड़ को देखते हुए वेटिंग हॉल में हेल्प डेस्क बनाई गई है। यहाँ यात्रियों को ट्रेनों की जानकारी, रिटायरिंग रूम और आरक्षण काउंटर के बारे में सूचनाएँ दी जा रही हैं। जनरल टिकट के लिए लंबी लाइनें लगी हुई हैं और वेटिंग एरिया पूरी तरह से यात्रियों से भरा हुआ है जहाँ बैठने तक की जगह नहीं बची है।
कई ट्रेनें घंटों लेट
वाराणसी आने वाली कई ट्रेनें 10 से 12 घंटे तक देरी से चल रही हैं। IRCTC के अनुसार, वाराणसी आने और यहाँ से जाने वाली करीब 12 ट्रेनें अपने निर्धारित समय से काफी विलंब से चल रही हैं। इनमें काशी एक्सप्रेस 2 घंटे, बरेली-प्रयागराज 6 घंटे और दानापुर सुपरफास्ट एक्सप्रेस 4 घंटे लेट चल रही हैं, जबकि भागलपुर स्पेशल ट्रेन 10 घंटे की देरी से चल रही है।
बिहार-झारखंड जाने वालों की संख्या सबसे अधिक
वाराणसी स्टेशन से बिहार और झारखंड जाने वाले यात्रियों की संख्या सबसे अधिक है। स्टेशन पर भीड़ को नियंत्रित करने के लिए जीआरपी और पुलिस कर्मियों की तैनाती की गई है। साथ ही, सीसीटीवी कैमरों से भी पूरे स्टेशन की निगरानी की जा रही है ताकि किसी प्रकार की अप्रिय घटना न हो।