वाराणसी
डेंगू मरीजों की पुष्टि के लिए एलाईजा जांच बेहद जरूरी, निजी चिकित्सालयों को किया निर्देशित
सीएमओ ने एनएस-1 पॉज़िटिव सैंपल को डीडीयू चिकित्सालय व बीएचयू लैब भेजने को कहा
रिपोर्ट – प्रदीप कुमार
वाराणसी: डेंगू की रोकथाम, नियंत्रण और प्रबंधन को लेकर स्वास्थ्य विभाग लगातार प्रयासरत है । इसी क्रम में गुरुवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ संदीप चौधरी ने समस्त निजी चिकित्सालयों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये बैठक कर डेंगू संभावित लक्षणों के एनएस-1 पॉज़िटिव मरीजों की एलाईजा पुष्टि के लिए जनपद स्तरीय प्रयोगशाला को भेजने के लिए अनुरोध किया । साथ ही निजी चिकित्सालयों की ओर से किए जा रहे एनएस-1 पॉज़िटिव मरीज की फोन नंबर सहित समस्त जानकारी को आईएचआईपी पोर्टल पर अंकित करने और मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) कार्यालय प्रेषित करने के लिए कहा, जिससे मरीज को ट्रैक कर फॉलोअप किया जा सके और उससे आवश्यक जांच व उपचार प्रदान किया जा सके ।
सीएमओ ने बताया कि पूर्व से ही समस्त निजी चिकित्सालयों को एनएस-1 पॉज़िटिव मरीजों के सैंपल को को एलाईजा जांच पुष्टि के लिए डीडीयू चिकित्सालय और बीएचयू लैब भेजने के लिए कहा गया है । इसके साथ ही आईएचआईपी पोर्टल के बारे में भी विस्तार जानकारी दी गई और सभी को लॉग इन आईडी भी उपलब्ध कराई गई । लेकिन इसके बावजूद कई निजी चिकित्सालयों की ओर से इसका अनुपालन नही किया जा रहा है । सीएमओ ने इसके प्रति गंभीरता दिखाने के लिए कहा, क्योंकि शासन के सख्त निर्देश हैं कि जल्द से जल्द प्रमुख शहरों से डेंगू के प्रसार को कम किया जाए । इसके अतिरिक्त सीएमओ ने समस्त निजी चिकित्सालयों को निर्देशित किया कि निजी चिकित्सालयों की ओर से एनएस-1 पॉज़िटिव सैंपल को डीडीयू चिकित्सालय और बीएचयू लैब में भजने को लेकर किसी भी प्रकार शुल्क न लिया जाए । डीडीयू और बीएचयू में एलाइजा जांच की सुविधा निःशुल्क मौजूद है। यदि किसी भी निजी चिकित्सालय की ओर से उपरोक्त दिशा निर्देशों का पालन नहीं किया जाता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी । इसके अलावा निजी पैथालोजी लैब को भी निर्देशित किया कि निजी चिकित्सालयों से जांच लिए उनके पास आ रहे मरीजों की पूरी जानकारी सीएमओ कार्यालय भेजना सुनिश्चित करें जिससे उन मरीजों को ट्रैक किया जा सके । यदि किसी भी निजी पैथालोजी लैब की ओर से उपरोक्त दिशा-निर्देशों का पालन नहीं किया जाता है तो तत्काल प्रभाव से उसका लाइसेंस निरस्त कर दिया जाएगा ।
कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये एसीएमओ डॉ एसएस कनौजिया, डॉ शिशिर, जिला मलेरिया अधिकारी शरद चंद पाण्डेय एवं अन्य अधिकारी जुड़े रहे ।