चन्दौली
जिलाधिकारी ने विकास परियोजनाओं का किया स्थलीय निरीक्षण

चंदौली। जिलाधिकारी चंद्र मोहन गर्ग ने चंदौली से सैदपुर चार लेन, गुरेरा से रामगढ़, रामगढ़ से नादी रिंग रोड, भारतमाला परियोजना तथा मिल्कीपुर बंदरगाह का स्थलीय निरीक्षण किया और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान जब जिलाधिकारी ने निर्माणाधीन सड़कों की धीमी गति का कारण जाना, तो पता चला कि अधिकतर स्थानों पर ज़मीन से संबंधित कब्ज़ा, अंश निर्धारण जैसे मामलों के कारण कार्य बाधित है। इस पर जिलाधिकारी ने संबंधित क्षेत्र के उप जिलाधिकारीगण, पीडब्ल्यूडी सहित अन्य अधिकारियों को निर्देश दिया कि आपसी तालमेल स्थापित करते हुए परियोजना को गुणवत्तापूर्ण ढंग से और समय-सीमा के भीतर पूर्ण करें।
चंदौली से सैदपुर और गुरेरा से रामगढ़ के निरीक्षण के दौरान मजदूरों की कमी भी पाई गई। इस पर जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियंता, पीडब्ल्यूडी को निर्देश दिया कि अधिक से अधिक मजदूरों को लगाकर कार्य को समय पर पूरा किया जाए। साथ ही रामगढ़ से नादी व सहेपुर के किसानों से संवाद कर उनकी समस्याओं का समाधान करते हुए तीन महीने के भीतर कार्य पूर्ण करने का निर्देश उप जिलाधिकारी व अधिशासी अभियंता को दिया।
रिंग रोड और गंगा पुल के निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने गंगा पुल की मजबूती के संबंध में बारीकी से जानकारी ली और कहा कि गुणवत्ता को ध्यान में रखते हुए कार्य को जल्द से जल्द पूरा किया जाए। इस पर रिंग रोड परियोजना के प्रोजेक्ट मैनेजर ने बताया कि रिंग रोड का अधिकांश कार्य पूर्ण हो चुका है और जल्द ही गंगा पुल का एक हिस्सा आवागमन के लिए चालू कर दिया जाएगा, जबकि दूसरा हिस्सा भी शीघ्र तैयार कर लिया जाएगा।
भारतमाला परियोजना के तहत लगभग 22 किलोमीटर सड़क जनपद चंदौली में प्रस्तावित है। निरीक्षण के दौरान कुछ स्थानों पर भूमि विवाद सामने आए। इस पर जिलाधिकारी ने उप जिलाधिकारी सदर को निर्देश दिया कि संयुक्त टीम से जांच कराकर आवश्यक कार्रवाई करें और परियोजना की गति बढ़ाएं।
इसके अतिरिक्त, जिलाधिकारी ने रामनगर स्थित मिल्कीपुर में मल्टी मॉडल टर्मिनल का निरीक्षण किया। संबंधित अधिकारियों ने बताया कि कुछ किसानों द्वारा चिन्हांकन के बाद भी बाउंड्री वॉल के निर्माण में अवरोध डाला जा रहा है। इस पर जिलाधिकारी ने अपर जिलाधिकारी (वि.रा.) एवं उप जिलाधिकारी पी.डी.डी.यू नगर को निर्देशित किया कि आवश्यक कार्रवाई करते हुए कार्य को शीघ्र पूर्ण कराया जाए। साथ ही उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी भी दशा में अवैध अतिक्रमण करने वालों को छोड़ा नहीं जाएगा। अवैध अतिक्रमण को शीघ्र हटाया जाएगा तथा सरकारी कार्य में बाधा डालने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने वहां खड़ी बोट का निरीक्षण भी किया और संबंधित अधिकारियों से कहा कि पर्यटन व उद्योग क्षेत्र में इसके महत्व को ध्यान में रखते हुए परियोजना को पूरी निष्ठा और ईमानदारी से सफल बनाएं। यदि किसी भी प्रकार के सहयोग की आवश्यकता हो तो तुरंत सूचित करें।
जिलाधिकारी ने कहा कि इस निरीक्षण का मुख्य उद्देश्य ज़मीनी हकीकत को देखना और जानना था। निरीक्षण के दौरान वन विभाग, विद्युत विभाग, राजस्व विभाग सहित अन्य संबंधित अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर समस्याओं के त्वरित निदान का प्रयास किया जा रहा है, जिससे परियोजना की गति और तेज हो सके।
निरीक्षण के दौरान अपर जिलाधिकारी (वि.रा.) राजेश कुमार, अधिशासी अभियंता राजेश कुमार (प्रा. ख.), संबंधित उप जिलाधिकारीगण, तहसीलदार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।