गाजीपुर
विवाह में मिठाइयों का महत्व, लेकिन सेहत का रखें खास ख्याल

बहरियाबाद (गाजीपुर)। ग्रामीण इलाकों में इस समय शादी-विवाह का मौसम जोरों पर है। इस अवसर पर मिठाइयों का विशेष महत्व होता है, जो खुशी और सौहार्द्र का प्रतीक मानी जाती हैं। लेकिन विशेषज्ञों ने बारातियों और शादी में शामिल लोगों को सतर्क किया है कि वे मिठाइयों के सेवन में सावधानी बरतें।
शादी के आयोजनों में अक्सर बासी, मिलावटी और ग़ैर-स्वच्छ मिठाइयां परोसी जा रही हैं, जिनका सेवन सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। मिठाइयों में अधिक मात्रा में चीनी और कैलोरी होती है, जिससे वजन बढ़ने, टाइप 2 डायबिटीज़, हृदय रोग और अन्य गंभीर बीमारियों का खतरा रहता है।
डॉक्टरों के अनुसार अत्यधिक चीनी का सेवन रक्त शर्करा में अचानक उतार-चढ़ाव, थकान, ऊर्जा की कमी और दांतों की सड़न जैसी समस्याएं उत्पन्न करता है। खासकर डायबिटीज़ मरीजों के लिए यह खतरनाक हो सकता है।
शादियों में बड़ी मात्रा में मिठाइयां बनाई और पैक की जाती हैं, लेकिन यदि उनमें स्वच्छता का ध्यान नहीं रखा गया तो वे बैक्टीरिया और संक्रमण का कारण बन सकती हैं। बासी मिठाइयों के सेवन से पेट खराब होना, फूड पॉइजनिंग जैसे रोग हो सकते हैं।
विशेषज्ञों ने सलाह दी है कि घर की बनी ताज़ा और साफ-सुथरी मिठाइयां ही खाएं। साथ ही, मधुमेह जैसी बीमारियों से पीड़ित लोगों को मिठाइयों के सेवन से बचना चाहिए और डॉक्टर की सलाह अवश्य लें। इसके अलावा, शादी के सीजन में ज्यादा मिठाई खाने से बचने के लिए शारीरिक गतिविधि बढ़ानी चाहिए ताकि अतिरिक्त कैलोरी बर्न हो सके।
शादी-विवाह के मौके पर मिठाइयां खुशी का प्रतीक हैं, लेकिन स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए इन्हें संयम और सावधानी से खाना आवश्यक है।