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मुम्बई

WAVES समिट से भारत बनेगा ग्लोबल कंटेंट क्रिएशन का हब

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मुंबई। रचनात्मकता की कोई सीमा नहीं होती। आदिकाल से ही मनुष्य की रचनात्मक सोच ने सभ्यताओं को आकार दिया है। आज जिस प्रगति का हम आनंद ले रहे हैं, उसका श्रेय उसी सोच को जाता है जिसने अतीत में ज्ञान और नवाचार की नींव रखी। 21वीं सदी में, तकनीक और अनुभव के मेल से यदि युवा प्रतिभा को सही मार्गदर्शन मिले, तो वह न केवल भविष्य संवार सकती है, बल्कि विश्व को भी एक नई दिशा दे सकती है।

इस दिशा में भारत एक मजबूत कदम रखते हुए रचनात्मकता की वैश्विक क्रांति में नेतृत्व कर रहा है। मुंबई में 1 से 4 मई तक आयोजित होने जा रही वर्ल्ड ऑडियो विज़ुअल एंड एंटरटेनमेंट समिट (WAVES 2025) का मुख्य उद्देश्य है ‘क्रिएट इन इंडिया, क्रिएट फॉर द वर्ल्ड’ के विज़न को साकार करना। यह समिट केवल भारत नहीं, बल्कि वैश्विक क्रिएटर्स के लिए भी एक मंच प्रदान करती है, जहां वे अपने विचारों और कौशल को वैश्विक बाजार में प्रदर्शित कर सकें।

वेव्स 2025 की थीम “कनेक्टिंग कंट्रीज, कनेक्टिंग क्रिएटर्स” है, जो दर्शाती है कि कैसे भारत न केवल अपनी सॉफ्ट पावर का प्रदर्शन कर रहा है बल्कि वैश्विक सद्भाव और रचनात्मक सहयोग को भी प्रोत्साहित कर रहा है। भारत की परंपराएं, जैसे योग और आयुर्वेद, और पिछले 100 वर्षों में विकसित बॉलीवुड संगीत, विश्वभर के क्रिएटर्स के लिए प्रेरणा का स्रोत बने हैं।

इस समिट में देश-विदेश के करीब 750 क्रिएटर्स को ‘क्रिएट इन इंडिया, क्रिएट फॉर द वर्ल्ड’ चैलेंज के तहत चुना गया है, जो मुंबई के जियो कन्वेंशन सेंटर में अपने इनोवेशन का प्रदर्शन करेंगे। ये रचनात्मक प्रयास केवल मनोरंजन तक सीमित नहीं हैं, बल्कि शिक्षा, स्वास्थ्य, गेमिंग और तकनीकी नवाचार जैसे क्षेत्रों में भी अपना प्रभाव डाल रहे हैं।

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एक्सटेंडेड रियलिटी और वर्चुअल रियलिटी जैसी तकनीकों का प्रयोग कर आज क्रिएटर्स ऐतिहासिक स्थलों को जीवंत बना रहे हैं। पोर्ट ब्लेयर की सेलुलर जेल में वीर सावरकर से वर्चुअल संवाद इसका उदाहरण है। इसी प्रकार, योग मुद्राओं को दुरुस्त करने वाला एआई आधारित ‘पोज़पर्फेक्ट’ ऐप फिटनेस को नई दिशा दे रहा है। ये नवाचार सिर्फ एक तकनीकी उपलब्धि नहीं, बल्कि जीवनशैली सुधारने वाला समाधान है।

WAVES 2025 केवल महानगरों तक सीमित नहीं है। कश्मीर जैसे दूरस्थ क्षेत्रों से आए युवा कोडर्स, स्टार्टअप की दिशा में कदम बढ़ा रहे हैं। वेव्स का टैलेंट हंट फोरम ‘क्रिएटोस्फेयर’ दुनिया भर की रचनात्मक प्रतिभाओं को जोड़ने वाला एक अद्वितीय मंच बन गया है।

इस आयोजन में इलेक्ट्रॉनिक डांस म्यूजिक, क्लासिकल आर्ट्स, कॉमिक एनिमेशन से लेकर डीजेइंग और मोबाइल म्यूजिक ऐप्स जैसे क्षेत्रों को भी मंच मिलेगा। दिल्ली घराने का “वाह उस्ताद” शो और स्ट्रीमिंग प्लेटफ़ॉर्म्स पर चल रहे रचनात्मक प्रोग्राम इस बात का संकेत हैं कि परंपरा और तकनीक का मेल आज भारतीय रचनात्मकता को विश्व स्तर पर ला रहा है।

भारत सरकार की योजना है कि WAVES 2025 के माध्यम से केवल नवाचार का जश्न न मनाया जाए, बल्कि वैश्विक चुनौतियों पर गंभीर विमर्श भी हो। इसमें डीपफेक, एआई के दुरुपयोग और गलत सूचना जैसे विषयों पर ‘वेव्स डिक्लेरेशन’ के तहत समाधान प्रस्तुत किया जाएगा।

WAVES 2025 न केवल मीडिया और मनोरंजन उद्योग के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है, बल्कि यह भारत को वैश्विक कंटेंट हब बनाने की दिशा में एक ठोस प्रयास भी है। यह समिट रचनात्मकता, नवाचार और वैश्विक सहयोग के नए युग की शुरुआत है। आने वाला समय भारत को विश्व के रचनात्मक नेतृत्वकर्ता के रूप में स्थापित करेगा, और WAVES 2025 उस दिशा में एक निर्णायक कदम है।


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