गांव की चिट्ठी
वाराणसी: बच्चों के सुरक्षा चक्र को मजबूत करने के लिए सक्रिय हो रहीं ग्राम बाल संरक्षण समितियां
वाराणसी। मिशन शक्ति कार्यक्रम के तहत जनपद के ग्राम पंचायतों में ग्राम बाल संरक्षण समिति की बैठक का आयोजन किया गया। उक्त आयोजन हेतु मुख्य विकास अधिकारी द्वारा सभी विकास खंड के खंड विकास अधिकारियों को पत्र प्रेषित कर आदेशित किया गया था। ग्राम बाल संरक्षण समिति की बैठकें बुधवार को सभी विकास खंड के सभी ग्राम पंचायत में आयोजित की गई।
उक्त बैठक में अध्यक्ष के रूप में ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत अधिकारी, आशा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ती, एएनएम, विद्यालय के प्रधानाचार्य, विद्यालय प्रबंधन समिति के महिला-पुरुष सदस्य एवं बच्चों के प्रतिनिधि के रूप में एक बालक एवं एक बालिका उपस्थित रहे। बैठक में बाल विवाह ,बाल श्रम की रोकथाम, मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत पात्र बच्चो को लाभांवित करने कन्या सुमंगला योजना, कन्या भ्रूण हत्या, सभी बच्चो के जन्म पंजीकरण एवं आधार अनिवार्य रूप से बनवाए जाने हेतु समिति में बात की गई।
ग्राम बाल संरक्षण समितियों की बैठक आयोजन कराने में बाल विकास एवम पुष्टाहार विभाग की आंगनबाड़ी कार्यकत्री का विशेष योगदान रहा। शासन द्वारा उक्त समिति में आंगनबाड़ी कार्यकत्री को सचिव के रूप में नामित किया गया है। उक्त समितियों को सक्रिय करने हेतु बाल संरक्षण अधिकारी निरुपमा सिंह द्वारा सभी विकास खंड का एक व्हाट्सएप ग्रुप निर्मित किया गया है, जिसमें विकासखंड स्तरीय बाल संरक्षण समिति के सदस्य हैं एवं सभी सुपरवाइजर और ग्राम स्तर पर नामित सचिव के रूप में आंगन बाड़ी कार्यकत्री भी उस ग्रुप में है।
इस ग्रुप के माध्यम से सभी तक सूचना का आदान प्रदान, किसी बच्चे के संबंध में सूचना, बैठकों से संबंधी फोटोग्राफ उपलब्ध हो जाते हैं। विकास खंड सेवापुरी की आंगन बाड़ी कार्य कार्यकत्रियों द्वारा मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत 8 बच्चों का चिन्हीकरण कर ग्रुप के माध्यम से सूचना दी गई, जिनमें सभी बच्चों का फॉर्म जिला बाल संरक्षण इकाई द्वारा भरवा कर उन्हें योजना से लाभान्वित किया गया।