शिक्षा
MGKVP : छात्रों ने फूंका कुलपति का पुतला, रखीं तीन बड़ी मांगें

वाराणसी। ‘महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ’ एक बार फिर छात्र आंदोलन के कारण सुर्खियों में है। मंगलवार को विश्वविद्यालय परिसर के प्रशासनिक भवन के सामने छात्रों ने कुलपति का पुतला जलाकर विरोध प्रदर्शन किया। यह घटना उस कथित फर्जी FIR के खिलाफ थी, जो विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा छात्र नेता करन प्रजापति पर दर्ज कराई गई है।
छात्रों का आरोप है कि उन्होंने बीते शनिवार को सिर्फ परीक्षा सेल का पुतला फूंका था, लेकिन प्रशासन ने इसे कुलपति का पुतला बताकर मामले को गंभीर बना दिया। इसके बाद करन प्रजापति पर जान से मारने की धमकी और विश्वविद्यालय की गरिमा भंग करने जैसे आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कराया गया।
इस घटनाक्रम ने छात्रों के गुस्से को और भड़काया। प्रदर्शनकारी छात्रों ने मंगलवार को वास्तव में कुलपति का पुतला फूंका और एलान किया कि चाहे प्रशासन जितने भी मुकदमे दर्ज करवा ले, वे अपने आंदोलन से पीछे नहीं हटेंगे। छात्र नेता करन प्रजापति ने साफ कहा कि भ्रष्ट एडमिशन प्रक्रिया और फीस बढ़ोतरी को अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जेल जाना भी पड़ा तो वे पीछे नहीं हटेंगे।
22 दिन से चल रहे इस आंदोलन में छात्रों की तीन प्रमुख मांगें हैं। वे मेरिट आधारित एडमिशन प्रक्रिया को रद्द करने, पेड सीट की संख्या 50% से घटाकर 30% करने और बढ़ी हुई एडमिशन फीस को वापस लेने की मांग कर रहे हैं। बीते शनिवार को इन मांगों के समर्थन में छात्रों ने कई विभागों की कक्षाएं भी बंद करवा दी थीं।
इस मुद्दे पर विश्वविद्यालय प्रशासन की चुप्पी और पुलिस की कार्रवाई से छात्र असंतुष्ट हैं। आंदोलन लगातार तेज होता जा रहा है और इसके अगले चरण में छात्रों द्वारा बड़े प्रदर्शन की चेतावनी भी दी गई है।