अपराध
एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा 2018: धांधली में एसटीएफ ने पकड़ा 25 हजार का इनामी
वाराणसी। यूपी लोक सेवा आयोग द्वारा जुलाई 2018 में आयोजित एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती में हुई धांधली में फरार चल रहे अभियुक्त गनेश प्रसाद को यूपी एसटीएफ ने पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार किया है। उक्त सम्बन्ध में वाराणसी के चोलापुर थाने में मुकदमा दर्ज है। पश्चिम बंगाल में गिरफ्तार करने के बाद बुधवार को यूपीएसटीएफ ने ट्रांजिट रिमांड पर पकड़े गए 25 हज़ार के इनामिया गणेश प्रसाद को चोलापुर थाने के सुपुर्द कर दिया। यूपी एसटीएफ के डिप्टी एसपी विनोद कुमार सिंह ने बताया कि विगत काफी दिनों से यूपी के जनपदों में वांछित पुरस्कार घोषित अपराधियों एवं विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं के प्रश्नपत्रों को आऊट कराने वाले आपराधिक गैंग के सक्रिय होने की सूचनायें प्राप्त हो रहीं थीं। इस सम्बन्ध में एसटीएफ की विभिन्न इकाईयों/टीमों को अभिसूचना संकलन एवं कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया था।
इसी क्रम में वाराणसी एसटीएफ इकाई के निरीक्षक अनिल सिंह द्वारा अभिसूचना संकलन की कार्यवाही की जा रही थी। अभिसूचना संकलन के माध्यम से ज्ञात हुआ कि लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा में हुई धांधली में सम्मिलित फरार चल रहे 25,000 रूपये का पुरस्कार घोषित अपराधी गनेश प्रसाद पश्चिम बंगाल के जनपद पश्चिम वर्धमान में लुक-छिपकर रह रहा है। सूचना पर एसटीएफ टीम द्वारा पश्चिम वर्धमान में धरातलीय अभिसूचना संकलन की कार्यवाही की गयी। रविवार को अभिसूचना संकलन के माध्यम से जानकारी प्राप्त हुई कि फरार अभियुक्त गनेश प्रसाद राधा नगर क्रासिंग के पास आने वाला है, यदि शीघ्रता की जाये तो पकड़ा जा सकता है। उक्त सूचना पर एसटीएफ टीम द्वारा राधा नगर क्रासिंग से गनेश प्रसाद को गिरफ्तार कर लिया गया।
अभियुक्त द्वारा पूछताछ में बताया गया कि इनलोगों का एक संगठित गैंग है। विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं का पेपर जहां छपता है वहीं से ये लोग लेकर पेपर को आऊट करा लेते हैं, फिर पहले से तैयार अभ्यर्थियों को एक स्थान पर एकत्रित करके उनको प्रश्नों का उत्तर रटवा दिया जाता है, जिसके बदले में उनसे मोटी रकम वसूली जाती है। उप्र लोक सेवा आयोग प्रयागराज द्वारा एलटी ग्रेड 2018 की परीक्षा आयोजित की गयी थी। गैंग के अजीत चौहान और अजय चौहान ने अभ्यर्थियों को तैयार कर लिया तथा उनसे 1-1 लाख रूपये एडवान्स लिया था और परीक्षा के बाद 11-11 लाख रूपया देने की बात तय हुई थी। विश्वास के लिये अभ्यर्थियों से उनका हाईस्कूल, इण्टर, स्नातक के मूल शैक्षणिक प्रमाण पत्र ले लिया गया था। इन लोगों का सम्पर्क कोलकता के कौशिक कुमार कर जो विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं का पेपर छापने वाले ब्लोसिंग स्क्वायर प्राइवेट लिमिटेड कम्पनी प्रेस के संचालनकर्त्ता से था।
कौशिक कुमार के मुख्य सहयोगी अशोक देव चौधरी, गणेश और रंजीत आदि थे। यही लोग प्रश्नपत्रों को लेकर आते-जाते थे। ये सभी एल0टी0 ग्रेड परीक्षा के एक दिन पूर्व वाराणसी आकर होटल में रूके थे। होटल में ही हिन्दी और सामाजिक विषय के प्रश्नपत्र का उत्तर तैयार कर लिया था। इस परीक्षा के प्रत्येक विषय में 150-150 प्रश्न पूछे जाते हैं। प्रश्नपत्र में से मात्र 120 प्रश्नों का ही उत्तर तैयार कर अभ्यर्थियों को रटवा गया था, ताकि कोई अभ्यार्थी पूरा का पूरा प्रश्नपत्र हल कर परीक्षा को टॉप न कर जाये। इससे रिजल्ट आने पर शक हो जाने की संभावना थी। परीक्षा के एक दिन पहले संबंधित अभ्यर्थियों को यूपी कॉलेज गेट के पास बुलाया गया था और वहीं से सभी अभ्यर्थियों को शैलेन्द्र पटेल के जनपद वाराणसी के थाना चोलापुर क्षेत्रान्तर्गत दसनी गांव स्थित कौशल विकास केन्द्र ले जाया गया था। वहीं पर अगले दिन होने वाली परीक्षा के हिन्दी एवं सामाजिक विषय का प्रश्नपत्र एवं उसका उत्तर अभ्यर्थियों को रटवा गया। इसके बाद प्रश्नपत्र एवं उत्तर कुंजी लेकर वहीं पर जला दिया गया था परन्तु अशोक चौधरी ने इसका विडिया चोरी से बना लिया था।
उल्लेखनीय है कि बाद में गैंग के सदस्य अशोक देव चौधरी द्वारा शिकायत करने पर इसकी जांच एसटीएफ उप्र द्वारा सम्पादित की गयी तथा ब्लोसिंग स्क्वायर प्राइवेट लिमिटेड कम्पनी प्रेस के संचालनकर्त्ता कौशिक कुमार कर आदि के विरूद्ध 28 मई 2019 को जनपद वाराणसी के थाना चोलापुर पर मु0अ0सं0 172/2019 धारा 406, 409, 420, 120बी, भादवि व धारा 7,8,13 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम पंजीकृत कराया गया था, जिसमें अभियुक्त गनेश प्रसाद फरार चल रहा था। इसके ऊपर जनपद वाराणसी से 25,000 रूपये का पुरस्कार घोषित किया गया था, जिसे बीते रविवार को गिरफ्तार कर सोमवार को सीजेएम न्यायालय वर्धमान (पश्चिम बंगाल) में प्रस्तुत किया गया एवं बुधवार तक ट्रांजिट रिमाण्ड पर लिया गया है। उपरोक्त अभियुक्त को थाना चोलापुर वाराणसी पर पंजीकृत उक्त मुकदमें में दाखिल किया गया। अग्रिम विधिक कार्यवाही स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही है।