वाराणसी
फर्जी मुकदमे के विरोध में अधिवक्ताओं ने लगायी न्याय की गुहार

निष्पक्ष जांच और मुकदमा निरस्त करने की मांग, चेताया— न्याय न मिला तो होगा आंदोलन
मिर्जामुराद (वाराणसी)। ग्राम ठठरा निवासी पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य श्याम बहादुर दुबे, अधिवक्ता कृष्ण बहादुर दुबे के बड़े भाई व एक स्थानीय पत्र विक्रेता सहित पत्रकारों के खिलाफ दर्ज किए गए फर्जी एससी-एसटी एक्ट के मुकदमे के विरोध में मंगलवार को अधिवक्ताओं का प्रतिनिधिमंडल अपर पुलिस आयुक्त कार्यालय पहुंचा।
सेंट्रल बार एसोसिएशन वाराणसी के अध्यक्ष मंगलेश दुबे के नेतृत्व में पहुंचे अधिवक्ताओं ने पूरे प्रकरण को सुनियोजित षड्यंत्र बताते हुए कहा कि यह मुकदमा प्रतिष्ठित लोगों की छवि धूमिल करने के उद्देश्य से रचा गया है। अधिवक्ताओं ने इस कार्यवाही को निंदनीय बताते हुए तत्काल प्रभाव से मुकदमा निरस्त करने और झूठा मुकदमा दर्ज कराने वालों के विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की मांग की।
प्रतिनिधिमंडल ने अपर पुलिस आयुक्त से मुलाकात कर निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करने की अपील की और कहा कि यदि जल्द न्याय नहीं मिला तो अधिवक्ता समाज आंदोलन के लिए बाध्य होगा।
इस मौके पर अधिवक्ता विनय कुमार त्रिपाठी, अखिलेश पांडेय, सुनील कुमार सिंह, विवेक सिंह, अमित कुमार पांडेय, बृजेश मिश्रा, सतीश पांडेय, दीपक कुमार त्रिपाठी, संजय श्रीवास्तव सहित बड़ी संख्या में अधिवक्ता उपस्थित रहे। सभी ने एकजुट होकर न्याय की मांग करते हुए प्रशासन को चेतावनी दी कि अधिवक्ता समाज अन्याय को किसी कीमत पर स्वीकार नहीं करेगा।