राष्ट्रीय
भारत की स्वर कोकिला’ लता मंगेशकर का निधन
मुंबई। मशहूर गायिका लता मंगेशकर का रविवार सुबह मुंबई में निधन हो गया। वह 92 वर्ष की थीं। मंगेशकर, जिन्हें ‘मेलोडी की रानी’ और ‘भारत की कोकिला’ के रूप में जाना जाता था। लता मंगेशकर को 8 जनवरी को कोरोना वायरस के हल्के लक्षणों के साथ संक्रमित पाया गया था। जिसके बाद उन्हें लगभग 29 दिनों पहले मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
लता मंगेशकर को ब्रीच कैंडी अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया था, जहां उनका इलाज डॉ. प्रतीत समदानी और उनकी डॉक्टरों की टीम कर रही थी। दिग्गज गायिका में पिछले सप्ताह तक सुधार दिख रहा था लेकिन उनकी तबीयत बिगड़ गई और उन्हें शनिवार की सुबह वेंटिलेटर सपोर्ट पर रख दिया गया। लता मंगेशकर का निमोनिया का भी इलाज चल रहा था। वह 30 जनवरी को कोरोना वायरस और निमोनिया से उबर गई थीं।
‘कोविड की जटिलताओं के बाद लता ताई का निधन’
ब्रीच कैंडी अस्पताल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एन संथानम ने कहा, लता मंगेशकर को एक कोविड मरीज के रूप में भर्ती किया गया था। कोविड का इलाज किया गया था, लेकिन कोविड की जटिलताओं के बाद उनका निधन हो गया है।
शनिवार को उसकी तबीयत फिर से बिगड़ गई और उसे वापस वेंटिलेटर पर रख दिया गया। लता ताई की बहन आशा भोंसले और अभिनेत्री श्रद्धा कपूर शनिवार देर रात बीमार गायिका से मिलने अस्पताल पहुंचीं थी।
30 हजार से अधिक गाने गाए थे लता ताई
भारत रत्न से सम्मानित इंदौर में जन्मीं लता मंगेशकर पीढ़ियों तक पर्दे के आदर्शों की आवाज बनी रहीं। उन्होंने 1942 में 13 साल की उम्र में अपना करियर शुरू किया और सात दशक से अधिक लंबे करियर में कई भारतीय भाषाओं में 30,000 से अधिक गाने गाए।