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फर्जी डिग्री पर नौकरी पाने वाले शिक्षकों पर सख्ती

24 मामलों में FIR के लिए भेजा गया प्रतिवेदन
दमोह (मध्यप्रदेश)। जिले में फर्जी अंकसूचियों के आधार पर सरकारी नौकरी हासिल करने वाले शिक्षकों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। प्रशासन को अब तक कुल 40 शिकायतें मिली हैं, जिनमें से 24 मामलों में यह पुष्टि हो चुकी है कि संबंधित शिक्षकों की डिग्रियां फर्जी हैं।
इन मामलों में जांच के बाद विश्वविद्यालयों से भी पुष्टि हो चुकी है कि प्रस्तुत की गई डिग्रियां वैध नहीं हैं। इन 24 मामलों को लेकर जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय द्वारा पुलिस अधीक्षक को प्रतिवेदन भेजा गया है, ताकि संबंधित शिक्षकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जा सके।
बाकी मामलों में विभागीय जांच अभी जारी है।11 मामलों की जांच संयुक्त संचालक लोक शिक्षण, सागर द्वारा की जा रही है। एक मामला राज्य स्तर पर लंबित है, जबकि दो मामले जिला स्तर पर अंतिम चरण में हैं।
अब तक 10 शिक्षकों को दोषी पाए जाने पर नौकरी से बर्खास्त किया जा चुका है। एक मामला ऐसा है जिसमें डिग्री नहीं, बल्कि दिव्यांगता प्रमाण पत्र को लेकर जांच चल रही है।15 ऐसे प्रकरण हैं, जिनमें डिग्री या अंकसूची की पुष्टि अभी तक संबंधित विश्वविद्यालय या बोर्ड से नहीं हो सकी है।
इसके लिए अधिकारियों ने पत्राचार भी किया है और शीघ्र जानकारी की अपेक्षा जताई है।हाल ही में 4 और नए मामले सामने आए हैं, जिनकी जांच की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि दोषी पाए जाने पर भविष्य में भी कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी।