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गाजीपुर

मनरेगा में पांच करोड़ का घोटाला, लेखाकार ने भाई की फर्म को पहुंचाया फायदा

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गाजीपुर। मनरेगा योजना के तहत करोड़ों के भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। विकास खंड अधिकारी कार्यालय, बाराचवर में तैनात वरिष्ठ सहायक लेखाकार जितेंद्र श्रीवास्तव पर अपने पद का दुरुपयोग कर भाई की फर्म को 5 करोड़ से अधिक का भुगतान कराने का आरोप है।

शिकायतकर्ता मुकेश पटेल ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर मामले की शिकायत की है। आरोप है कि जितेंद्र श्रीवास्तव ने मनरेगा के अकाउंटेंट का चार्ज संभालते हुए अपने भाई प्रफुल्ल चंद श्रीवास्तव की फर्म राज ट्रेडर्स परसा एमबीडी को अनुचित लाभ पहुंचाया। उन्होंने अपने डिजिटल सिग्नेचर का इस्तेमाल कर फर्म को करोड़ों का भुगतान कराया, जबकि संबंधित फर्म ने जीएसटी तक जमा नहीं की।

इससे पूर्व मुकेश पटेल ने जिलाधिकारी को शपथ पत्र के साथ शिकायत दी थी, लेकिन कार्रवाई न होने पर उन्होंने सीधे मुख्यमंत्री को पत्र भेजा। खंड विकास अधिकारी ने 14 मई को जिला विकास अधिकारी को पत्र लिखकर अवगत कराया। जांच में यह स्पष्ट हुआ कि राज ट्रेडर्स मनरेगा पोर्टल पर सामग्री आपूर्ति के वेंडर के रूप में पंजीकृत है।

आरोपी लेखाकार जितेंद्र श्रीवास्तव ने स्वयं स्वीकार किया है कि यह फर्म उनके भाई की है। सीडीओ संतोष कुमार वैश्य ने बताया कि आरोपी फर्म का भुगतान तत्काल प्रभाव से रोक दिया गया है। जिला प्रशासन मामले की गहन जांच कर रहा है और नियमानुसार कार्रवाई की प्रक्रिया जारी है।

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