गाजीपुर
भीषण गर्मी को मात देकर धान की नर्सरी में जुटे किसान

गाजीपुर। मानसून की आहट के बीच खेतों में एक बार फिर हरियाली की उम्मीदें जाग उठी हैं। कड़ी धूप और भीषण गर्मी को दरकिनार करते हुए दुल्लहपुर क्षेत्र के किसान धान की नर्सरी लगाने में जी-जान से जुटे हुए हैं। खेतों में सुबह से लेकर देर रात तक किसानों की सक्रियता इस बात की गवाही दे रही है कि इस बार वे हर हाल में बेहतर फसल उत्पादन का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं।
हालांकि क्षेत्र में तापमान लगातार सामान्य से ऊपर बना हुआ है, जिससे धान की नर्सरी पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। कई जगहों पर तेज धूप के कारण नर्सरी का झुलसना भी देखा गया है। बावजूद इसके किसान हौसला नहीं हार रहे हैं। भ्रमण के दौरान किसानों ने बताया कि वे खेतों में लगातार पानी देने, छाया की व्यवस्था करने और परंपरागत तरीकों के सहारे फसल को बचाने का प्रयास कर रहे हैं।
किसानों का मानना है कि यदि मानसून ने समय पर साथ दे दिया, तो वे इस सत्र में धान की अच्छी उपज लेकर अपने परिवार की जीविका को मजबूत आधार दे पाएंगे। किसान संतोष यादव ने बताया, “खेती ही हमारा मूलधन है। चाहे जितनी भी गर्मी हो, हम पीछे नहीं हटेंगे।”
इसी प्रकार एक अन्य किसान रामस्वरूप निषाद ने कहा कि “धान की नर्सरी में इस समय बहुत ध्यान देने की ज़रूरत है, क्योंकि थोड़ी सी लापरवाही से पूरा परिश्रम बेकार जा सकता है।”
ग्राम स्तर पर कृषि विभाग भी किसानों को सलाह दे रहा है कि नर्सरी को ढकने के लिए पुआल या छाया देने वाले साधनों का उपयोग करें और नमी बनाए रखें। स्थानीय कृषि कर्मियों का कहना है कि किसानों का यह साहसिक कार्य निश्चित रूप से प्रेरणादायक है।
कुल मिलाकर, दुल्लहपुर क्षेत्र के किसान विपरीत परिस्थितियों में भी न केवल अपनी जीविका के लिए संघर्ष कर रहे हैं, बल्कि कृषि को अपने श्रम और संकल्प से जीवंत बनाए हुए हैं। उनका जज़्बा और मेहनत वास्तव में सराहना के योग्य है।