वाराणसी
“टूरिस्ट व्यवसाय पर संकट, टैक्स स्लैब से अर्थव्यवस्था को नुकसान” : प्रकाश जायसवाल

बनारस टूरिस्ट ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन की बैठक में उठी आवाज, केंद्र सरकार से टैक्स नीति पर पुनर्विचार की मांग
वाराणसी। कैंटोनमेंट स्थित एक होटल में रविवार को बनारस टूरिस्ट ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन की बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता एसोसिएशन के संरक्षक विनोद कुमार सिंह ने की, जबकि संचालन महासचिव प्रकाश जायसवाल ने किया। बैठक में टूरिस्ट बस व्यवसाय को लेकर केंद्र सरकार की नीतियों और आरटीओ की कार्यप्रणाली पर गंभीर चिंता जताई गई।
महासचिव प्रकाश जायसवाल ने कहा कि “केंद्र सरकार द्वारा आए दिन नए नियम थोपे जा रहे हैं, जिससे टूरिस्ट बस व्यवसाय चलाना कठिन होता जा रहा है। चालान की बढ़ती संख्या, मनमाना टैक्स स्लैब और जबरन धन वसूली से ट्रांसपोर्टरों में रोष है।”
उन्होंने कहा कि विभिन्न राज्यों में बॉर्डर बैरियर समाप्त हो जाने के बावजूद टूरिस्ट बसों को रोका जा रहा है और प्रतिवर्ष तीन लाख रुपये के टैक्स स्लैब के नाम पर चालान काटा जा रहा है। उन्होंने चेताया कि “देश की अर्थव्यवस्था में पर्यटन व्यवसाय का 35% योगदान है। अगर यही स्थिति रही तो विदेशी पर्यटक भारत आना बंद कर देंगे और इसका सीधा असर देश की इकोनॉमिक्स पर पड़ेगा।”
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि बुधवार को एसोसिएशन का एक प्रतिनिधिमंडल अध्यक्ष राकेश जी के नेतृत्व में वाराणसी आरटीओ से मुलाकात करेगा और टैक्स स्लैब से जुड़ी समस्याओं को उनके समक्ष रखेगा।
उपस्थित सदस्यों में विनोद कुमार सिंह, प्रकाश जायसवाल, सुनील सिंह, बंटी सिंह, गौरव सिंह, प्रवीण श्रीवास्तव पिंटू, हर्षवर्धन सिंह, रोहित सिंह, मुकेश सिंह, भावेश सिंह, अज्जू सिंह, डब्ल्यू सिंह, अखिलेश सिंह सहित वाराणसी के तमाम ट्रांसपोर्टर शामिल रहे।
ट्रांसपोर्टर्स की मांग है कि केंद्र सरकार 3 लाख रुपये वार्षिक टैक्स स्लैब पर तत्काल रोक लगाए और नियमों में पारदर्शिता सुनिश्चित करे।