वाराणसी
ऑनलाइन गेमिंग में दोस्त बना धोखेबाज, लाखों की ठगी

वाराणसी। ऑनलाइन गेमिंग के नाम पर एक सिविल इंजीनियर युवक से 1.6 लाख रुपए की ठगी का मामला सामने आया है। पीड़ित ने मामले में अपने ही पुराने दोस्त को आरोपी बनाते हुए पुलिस कमिश्नर से शिकायत की है। शिकायतकर्ता का नाम प्रिंस सोनकर है, जो वर्तमान में लखनऊ में रहकर पढ़ाई कर रहा है।
साइबर कैफे से हुई थी दोस्ती, गेमिंग एप से शुरू हुई ठगी
पीड़ित प्रिंस सोनकर मूल रूप से वाराणसी के मंडुआडीह क्षेत्र के निवासी हैं। उन्होंने अपनी शिकायत में बताया कि डेढ़ साल पहले लखनऊ के कृष्णा नगर स्थित एक साइबर कैफे में शाहरुख अली नाम के युवक से उनकी दोस्ती हुई थी। शाहरुख खुद को दरोगा का बेटा बताता था और गेमिंग एप्स के जरिए कमाई के झांसे देता था।
शाहरुख के कहने पर प्रिंस ने एक गेमिंग एप में 50 हजार रुपए निवेश किए, लेकिन रकम कभी उनके खाते में दिखाई नहीं दी। एप पर संपर्क करने पर बार-बार नई फीस और चार्ज के नाम पर राशि मांगी जाती रही। ठगे जाने का आभास होने पर प्रिंस ने शाहरुख से मदद मांगी।
‘क्राइम ब्रांच में हैं अंकल’, दिलायेंगे पैसा वापस
शिकायत के मुताबिक, शाहरुख ने खुद को दरोगा का बेटा बताते हुए दावा किया कि उसके ‘अंकल’ लखनऊ की क्राइम ब्रांच में हैं और वे साइबर ठगों से पैसे वापस दिलवा सकते हैं। इसी झांसे में आकर प्रिंस ने 14 से 19 मई के बीच अलग-अलग खर्चों के नाम पर 56 हजार रुपए और दे दिए।
इन पैसों में लखनऊ से चेन्नई की फ्लाइट टिकट, होटल व अन्य खर्च शामिल हैं। शाहरुख ने ठोस सबूत के तौर पर चेन्नई का एक वीडियो दिखाया और कहा कि साइबर अपराधी पकड़े जा चुके हैं और जल्द ही पैसा वापस होगा।
फर्जी रसीद और फिर से पैसे की मांग
जब प्रिंस ने पैसे लौटाने का दबाव डाला तो शाहरुख ने उसे एक नकली पेटीएम रसीद भेजी, जिसमें 1 लाख रुपए ट्रांसफर किए जाने का दावा किया गया। लेकिन रकम कभी भी प्रिंस के खाते में नहीं पहुंची। आज, 31 मई को भी शाहरुख ने एक और मैसेज भेजकर 10 हजार रुपए की मांग की और कहा कि ‘चेन्नई से अधिकारी आएंगे और पैसा दिला देंगे।’
पुलिस कमिश्नर से शिकायत, जांच मंडुआडीह थाना को सौंपी गई
प्रिंस ने अब इस पूरे मामले की शिकायत वाराणसी के पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल से की है, जिनके निर्देश पर मंडुआडीह थाने को जांच का जिम्मा सौंपा गया है। पुलिस अब पूरे घटनाक्रम की तफ्तीश में जुटी है।