वाराणसी
एसएसपीजी कबीरचौरा अस्पताल हीट स्ट्रोक से निपटने को तैयार

एसआईसी की अपील – जरूरी हो तभी निकलें घर से बाहर, खासकर बच्चे, बुजुर्ग और गर्भवती महिलाएं रखें विशेष सावधानी
वाराणसी। भीषण गर्मी से जूझ रहे पूर्वांचल में हीट स्ट्रोक का खतरा तेजी से बढ़ रहा है। वाराणसी में पारा 43 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया है। इसी के मद्देनज़र एसएसपीजी कबीरचौरा अस्पताल ने तैयारियां पूरी कर ली हैं। अस्पताल की एसआईसी डॉ. मृदुला मलिक ने बताया कि अभी तक हीट स्ट्रोक का कोई मामला सामने नहीं आया है, लेकिन एहतियातन 10 बेड रिजर्व कर दिए गए हैं।
हीट स्ट्रोक वार्ड में 10 बेड आरक्षित
डॉ. मृदुला मलिक ने बताया कि, “316 बेड वाले एसएसपीजी अस्पताल में हीट स्ट्रोक से निपटने के लिए विशेष वार्ड तैयार किया गया है। फिलहाल हीट स्ट्रोक का कोई केस नहीं है, लेकिन हम पूरी तरह सतर्क हैं। यदि आवश्यकता पड़ी तो और बेड भी आरक्षित किए जाएंगे।”
उल्टी-दस्त और ब्लड प्रेशर के मरीजों में इजाफा
डॉ. मृदुला मलिक ने जानकारी दी कि अस्पताल में इन दिनों उल्टी, दस्त, हाई ब्लड प्रेशर और ब्रेन हैमरेज जैसी समस्याओं से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ी है। ट्रॉमा सेंटर में ऐसे मरीजों का तत्काल इलाज किया जा रहा है। इमरजेंसी में डॉक्टर हर समय मौजूद हैं।
सावधानी ही बचाव – घर से निकलने से करें परहेज़
डॉ. मृदुला मलिक ने आमजन से अपील की कि बहुत जरूरी हो तभी घर से बाहर निकलें। “विशेषकर बच्चे, बुजुर्ग और गर्भवती महिलाएं दोपहर 12 से 4 बजे के बीच घर के अंदर ही रहें। यदि बाहर जाना ज़रूरी हो, तो साथ में पानी और ओआरएस का घोल अवश्य रखें और समय-समय पर सेवन करें।”
सरकार की गाइडलाइन के अनुरूप उपचार व्यवस्था
एसआईसी ने बताया कि, “अस्पताल में सभी मरीजों को शासन की गाइडलाइन के अनुसार इलाज मुहैया कराया जा रहा है। हम हर स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। गर्मी बढ़ने के साथ अस्पतालों की सक्रियता भी बढ़ी है, जिससे संभावित हीट स्ट्रोक की स्थिति में बेहतर इलाज सुनिश्चित किया जा सके।”