गाजीपुर
अस्पताल में फायरिंग करने वाला बदमाश पुलिस की पकड़ से दूर

गाजीपुर। जिले के नंदगंज बाजार के पश्चिमी रेलवे क्रॉसिंग के पास स्थित एक निजी हॉस्पिटल में सात दिन पूर्व रात करीब आठ बजे डॉक्टर के केबिन में एक नकाबपोश बदमाश द्वारा ताबड़तोड़ तीन गोलियां चलाई गई थीं। घटना को एक सप्ताह बीत जाने के बावजूद अब तक इसका खुलासा नहीं हो पाया है।
घटना की रात सूचना पाकर स्थानीय पुलिस जांच के लिए मौके पर पहुंची थी। अगले दिन पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम ने भी मौके पर पहुंचकर गहन पूछताछ की थी। साथ ही, निजी अस्पताल में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज और डीवीआर को जांच के लिए अपने कब्जे में ले लिया था।
अस्पताल के ऊपरी तल पर रह रही रीतु पाठक ने तहरीर दी है कि वह अपने पति और बच्चों के साथ ऊपर रहती हैं, जबकि अस्पताल निचले तल पर संचालित होता है।
अब सवाल उठता है कि बदमाश का निशाना कौन था? डॉक्टर के केबिन में गोली चलाई गई, लेकिन उस समय डॉक्टर मौजूद नहीं थे। क्या बदमाश हॉस्पिटल के ऊपर रह रहे परिवार को निशाना बनाने आया था? यदि हां, तो डॉक्टर और बदमाश के बीच क्या रंजिश थी?
सवाल यह भी उठता है कि निजी हॉस्पिटल जैसे संवेदनशील स्थान पर सुरक्षा गार्ड क्यों नहीं तैनात किया गया था ? इन सभी बिंदुओं को लेकर क्षेत्र में चर्चाओं का बाजार गर्म है। थानाध्यक्ष बृजेश कुमार गुप्ता ने बताया कि जांच जारी है और बहुत जल्द अपराधी को न्यायालय के कटघरे में लाया जाएगा।