अपराध
बीएचयू के छात्रों का डॉक्टर संग दुष्कर्म मामले में पुलिस ने किया सनसनीखेज खुलासा
वाराणसी। काशी हिंदू विश्वविद्यालय में वेद शास्त्र के दो छात्रों द्वारा डॉक्टर का दुष्कर्म करके न्यूड वीडियो बनाकर ब्लैकमेलिंग करने के आरोप में पुलिस ने दो छात्रों को गिरफ्तार करने के बाद सनसनीखेज खुलासा करते हुए कहा कि, छात्रावास के जिन कमरों में ऐसा कुकर्म होता था उसकी जांच में पुलिस जुटी है। सूत्रों के अनुसार इससे पहले भी हॉस्टल में छात्रों के कमरे से आपत्तिजनक चीजें बरामद हो चुकी हैं।
डीसीपी काशी आरएस गौतम ने बताया कि, कंदवा के रहने वाले निजी चिकित्सालय में चिकित्सक ने लंका थाने में मुकदमा दर्ज कराया। जानकारी दी कि बीते 11 जनवरी को एक युवक से फेसबुक मैसेंजर के जरिए बात की। उसने रूम पार्टनर की तबीयत खराब होने की जानकारी देते हुए देख लेने का अनुरोध किया। उसके बुलाने पर लंका स्थित बीएचयू के सिंहद्वार पर पहुंचे तो युवक अपने साथ बीएचयू के रूइया छात्रावास (संस्कृत विभाग) में ले गया। कमरे में पहुंचते ही तीन-चार और युवक आ गए और कमरा बंद करके कपड़े उतरवाकर आपत्तिजनक वीडियो बनाया। इसके बाद पिटाई करके सोने की चेन, अंगूठी और 20 हजार रुपये नगद ले लिया। मोबाइल से ऑनलाइन 15 हजार रुपये ट्रांसफर करा लिए। रिश्तेदार से भी 25 हजार रुपये ले लिए।
इस मामले में पुलिस ने श्रीमन नारायण, सूरज दुबे, गोविंद पासवान, सौरभ यादव, अवनीश मिश्रा के खिलाफ लूट, रंगदारी, अप्राकृतिक दुष्कर्म समेत दस गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया। लंका थाना प्रभारी शिवाकांत मिश्र के नेतृत्व में पुलिस टीम ने सोमवार को नरिया तिराहे के पास से प्रतापगढ़ के पूर्वी सहोदरपुर श्रीमन नारायण शुक्ल तथा गाजीपुर के छिड़ीचौरा निवासी सूरज दुबे को गिरफ्तार कर लिया। इनके पास से चिकित्सक से लूटी गई चेन, अंगूठी व मोबाइल बरामद किया है। दोनों बीएचयू में शास्त्रीय संकाय के तृतीय वर्ष के छात्र और रूइया हॉस्टल में रहते हैं।
डीसीपी काशी के अनुसार पकड़े गए आरोपितों ने बताया कि उन्होंने छह महीने में चिकित्सक समेत पांच लोगों को अपना शिकार बनाया है। दुष्कर्म का वीडियो प्रसारित होने के डर से किसी ने पुलिस से शिकायत नहीं की। उनके निशाने पर चिकित्सक और व्यापारी होते हैं, जो आसानी से रुपये दे देते हैं। आरोपितों ने बताया कि वह गे डेटिंग एप ग्रिंडर के जरिए लोगों को अपने जाल में फंसाते हैं। चिकित्सक से भी इसी के जरिए दोस्ती करके हास्टल बुलाया और डरा-धमकाकर अप्राकृतिक कृत्य करते हुए मोबाइल से वीडियो बना लिया।डीसीपी काशी ने आरोपितों को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम को 20 हजार रुपये नगद पुरस्कार और प्रशस्ति पत्र देने की घोषणा की है।