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अपराध

साइबर अपराध करने वाले अन्तर्राज्यीय गैंग का सदस्य गिरफ्तार

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फर्जी वेबसाइट बनाकर उसके माध्यम से कूट रचित आधार कार्ड व पैन कार्ड बनाने वाले तथा हजारों की संख्या फर्जी सिमकार्ड तथा बैंक खातें खोलकर साइबर अपराध करने वाले अन्तर्राज्यीय गैंग का सदस्य गिरफ्तार

मोबाइल व 5500/- रूपये नगद बरामद, विभिन्न खातों में लगभग 11,81,132/- रूपये सीज

वाराणसी: साइबर क्राइम थाना वाराणसी परिक्षेत्र वाराणसी पर पंजीकृत मु0अ0सं0 02/2022 व मु0अ0सं0 05/2022 धारा 417 420 467468471 120बी 411 भादवि व 66सी066डी0आई0टी0 एक्ट पंजीकृत है जिसमे साइबर अपराधियों द्वारा फर्जी ट्रेजरी अधिकारी बनकर पुलिस पेंशनरों के साथ ठगी की जा रही थी। उक्त मुकदमे में अब तक साइबर क्राइम थाना वाराणसी टीम द्वारा 14 अभियुक्तों की गिरफ्तारी की जा चुकी है। तथा घटना में संलिप्त अन्य अभियुक्त वांछित थें। उक्त प्रकरण की गम्भीरता को देखते हुए विशेष पुलिस महानिदेशक साइबर क्राइम उ0प्र0 सुभाषचन्द्र पुलिस उप महानिरीक्षक साइबर क्राइम उ0प्र0 एन0 कोलांची0 पुलिस उप महानिरीक्षक वाराणसी परिक्षेत्र वाराणसी अखिलेश चैरसिया एवं पुलिस अधीक्षक साइबर क्राइम (प्र) प्रो० त्रिवेणी सिंह व पर्यवेक्षण अधिकारी/पुलिस उपाधीक्षक गौरव शर्मा द्वारा उक्त मुकदमे मे त्वरित कार्यवाही तथा संलिप्त अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु निर्देशित किया गया। जिसके क्रम मे साइबर क्राइम थाना वाराणसी टीम द्वारा इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस, संलिप्त फर्जी वेबसाइट इत्यादि की गहन जांचकर प्राप्त साक्ष्यों के आधार पर घटना में संलिप्त 01अभियुक्त को पूछताछ के दौरान गिरफ्तार किया गया तथा घटना में प्रयुक्त मोबाइल, नगदी इत्यादि बरामद किया गया।

अभियुक्त उपरोक्त से पूछने पर बता रहा है कि बी.ए. किया हूं और कम्प्यूटर कार्स किया हूं, घर पर मोबाइल की दुकान है, मैने यू-टूब माध्यम से साइबर अपराध के जानकारी किया है. पुलिस पेंशनर से सम्बन्धित साइबर फ्राड के यंत्र के बारे मे पूरी जानकारी है, फर्जी, कूटरचित पैनकार्ड, आधारकार्ड व अन्य सम्बन्धित दस्तावेज बनाने वाली फर्जी वेबसाइट के बारे मे सन् 2021 से अफजल आलम से मुझे जानकारी हुई तथा उसी के माध्यम से पंकज यादव से मेरा परिचय हुआ तथा मै, अफजल आलम और पंकज यादव तीनो लोग मिलकर अपनी वेबसाइट बनवाकर, चलाने लगे जिसपर फर्जी आधारकार्ड, पैनकार्ड, वोटर आईडी व अन्य दस्तावेज कूटरचना करके बनाया जाता है। एक आधार कार्ड बनाने के लिए 20/-रूपया का पेमेंट करना पड़ता है। इस तरह हमारी वेबसाइट के माध्यम से

प्रतिदिन हजारों फर्जी आधार कार्ड, पैनकार्ड बनाया जाता है। इस तरह से प्राप्त धन को हम तीनो लोग आपस में बांट लेते थे। वर्तमान में हमारी खुद की 02 वेबसाइट | Nkprintlive.xyz व 2. Printonline, xyz चलती है। हमारी यह वेबसाइट यूजर बेस्ड वेबसाइट है, जिसपर कोई भी व्यक्ति अपना एक एकाउंट बनाकर लागिन कर सकता है, जिसमे उस व्यक्ति को आधार कार्ड Automatic आधार कार्ड Manual, Pan कार्ड, Manual, इत्यादि बनाने का फीचर उपलब्ध है। आधारकार्ड व अन्य दस्तावेज बनाने के लिए Automatic Process हमारी वेबसाइट में लगी API के माध्यम से कार्य करता है। इस API को हमने अफजल आलम के माध्यम से Payment करके अपने वेबसाइट में लगवाया है। तथा हमारी वेबसाइट का Manual process UI इन्टरफेस के माध्यम से कार्य करता है। Manual process से बनाये गये दस्तावेज आधार कार्ड को प्रिंट करने के लिए 20/-रुपया का भुगतान करना पड़ता है। हमारी वेबसाइट के Manual feature के माध्यम से किसी भी दस्तावेज को कूट रचना करके बनाया जा सकता है। अधिकतर साइबर अपराधी हमारी website के माध्यम से Manual feature का ही उपयोग कर फर्जी कूटरचित आधारकार्ड, पैनकार्ड व अन्य दस्तावेज बनाते हैं। हमारी वेबसाइट के माध्यम से जो भी पैसा उसे हम पेमेन्ट गेटवे के माध्यम से अपने खाते में सेटल कर लेते हैं। हमारी वेबसाइट मे जो भी कमी या थी तो हम अफजल आलम के माध्यम से उसे ठीक कराते थे। आधार कार्ड बनाने व प्रिंट करने का है बैध लाइसेंस नहीं है। इस तरह से मैने साइबर अपराध से काफी पैसे कमाया हूं फर्जी वेबसाइट तथा रु यु से कमाए गए अवैध धन के बारे में पूछने पर बता रहा है कि मैंने करीब 10 लाख रूपये लगाकर काला रानीगंज अररिया बिहार में मोबाइल की दुकान खोला है, जमीन खरीदा है, भाई के शादी में खर्च किया गया काफी सारा रुपया घूमने फिरने मौज मस्ती महंगे ब्रान्डेड मोबाइल खरीदने, जुआ खेलने, शराब पीने में खर्च कर दिया है। एवं फर्जी वेबसाइट के अवैध रूप से कमाये हुए 11,81,132/- रूपये मेरे विभिन्न खातों में है ।

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