वाराणसी
हैदराबाद विश्वविद्यालय के यूनेस्को चेयर की संगोष्ठी को सम्बोधित करेंगे – प्रो. सहाय
रिपोर्ट – प्रदीप कुमार
वाराणसी: महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के हिन्दी और आधुनिक भारतीय भाषा विभाग के अध्यक्ष के प्रो.निरंजन सहाय हैदराबाद विश्वविद्यालय के उर्दू और अंग्रेजी विभाग द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित होने वाले यूनेस्को चेयर की राष्ट्रीय संगोष्ठी को 23 अगस्त को सम्बोधित करेंगे| समाज में हाशियाकरण की प्रक्रिया के विविध रूपों पर आधारित संगोष्ठी में प्रो. सहाय के शोध व्याख्यान का शीर्षक है,` उर्दू जनक्षेत्र का निर्माण और स्त्री केन्द्रित पत्र-पत्रिकाएँ’| प्रो. सहाय ने बताया ज्ञान की संरचनाओं के निर्माण में दृष्टिबोध सिद्धांत (स्टैंडप्वाइंट थ्योरी) और जनक्षेत्र (पब्लिक स्फेयर) की केन्द्रीय भूमिका होती है| ज्ञान की संरचना इससे तय होती कि उसे शोषक रच रहा है या शोषित| यहीं से एक मुकम्मल दृष्टि सम्पन्न समाज की नींव का निर्माण होता है जिससे लोकतांत्रिक दुनिया के लक्ष्य हासिल किए जाते हैं| यूनेस्को दुनिया भर के देशों में ज्ञान संरचनाओं की निर्मिति में उत्पीडित समूह के हकों की वकालत करता है| प्रो. सहाय ने आगे बताया 1898 से आज़ादी हासिल करने तक की उर्दू पत्र-पत्रिकाओं के हवाले से वे अपनी बात रखेंगे जिसमें शिक्षा और जेंडर के मसले की पहचान की जाएग| साथ ही उर्दू जनक्षेत्र के निर्माण की प्रक्रिया का आख्यान भी होगा|
