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वाराणसी

वैशाखी पूर्णिमा पर गंगा की सफाई कर दिया स्वच्छता का संदेश

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रिपोर्ट – प्रदीप कुमार

” भगवान बुद्ध ने दिया था पर्यावरण संरक्षण का संदेश “

” नदियों पर निर्भर है हमारा जीवन, इसे प्रदूषित होने से रोकें “

वाराणसी: नमामि गंगे ने शुक्रवार को वैशाखी पूर्णिमा के स्नान पर्व पर दशाश्वमेध घाट पर स्वच्छता अभियान चलाया । भगवान बुद्ध द्वारा दिए गए पर्यावरण संरक्षण के संदेश को ध्वनि विस्तारक यंत्र से जन-जन तक पहुंचाकर गंगा को स्वच्छ रखने का संदेश दिया । स्वच्छता जागरूकता के दौरान विदेशी पर्यटकों ने भी लोगों को स्वच्छता के लिए जागरूक किया। कार्यक्रम का नेतृत्व काशी क्षेत्र के संयोजक राजेश शुक्ला ने किया । इस दौरान गंगा घाट पर पहुंची नमामि गंगे की टीम द्वारा गंगा की तलहटी और किनारे पड़ी गंदगी को उठाकर कूड़ेदान तक पहुंचाया गया। पॉलिथीन कचरा तथा गंगा में श्रद्धालुओं द्वारा विसर्जित की गयी पूजा सामग्री के अवशेषों को निकाला गया । श्रमदान में अन्य श्रद्धालुओं ने भी सहयोग किया । मां गंगा की आरती उतारकर स्वच्छता का संकल्प लिया गया । संयोजक राजेश शुक्ला ने बताया कि तथागत भगवान बुद्ध ने पर्यावरण के संरक्षण का संदेश दिया है। वह कहते थे कि मनुष्य को अपने किसी भी कृत्य से पर्यावरण को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए । कहा कि भारतीय जनजीवन में नदियों का महत्व इसी से जाना जा सकता है कि धार्मिक, सामाजिक, आर्थिक, व्यापारिक, पर्यटन, स्वास्थ्य , कृषि, शैक्षिक, औषधि, पर्यावरण और न जाने कितने क्षेत्र हैं जो हमारी नदियों से सीधे-सीधे जुड़े हुए हैं । कहा कि हमारी पवित्र नदियां विश्व बंधुत्व और वसुधैव कुटुंबकम का संदेश देती हैं वैसे ही भगवान बुद्ध का संदेश हमें सत्य, अहिंसा, प्रेम, करुणा और शांति के मार्ग पर चलकर मानवता की सेवा करने की प्रेरणा देता है। हम सब बुद्ध के सिद्धांतों को जीवन में आत्मसात कर सामाजिक समरसता का संकल्प लें। आयोजन में प्रमुख रूप से नमामि गंगे काशी क्षेत्र के संयोजक राजेश शुक्ला, महानगर सहसंयोजक बीना गुप्ता, सूर्यप्रकाश, पूनम सिंह, अभिनव दिक्षित आदि उपस्थित रहे ।

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