वाराणसी
काशी इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के दीक्षांत समारोह में मेडलिस्टों ने किया कमाल, डिग्री पाकर खिले चेहरे

वाराणसी। जनपद के मिर्जामुराद क्षेत्र स्थित काशी इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी परिसर में शनिवार को आयोजित 13वें दीक्षांत समारोह का शुभारंभ मुख्य अतिथि महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ, वाराणसी के कुलपति प्रो. आनन्द कुमार त्यागी के कर कमलों द्वारा दीप प्रज्वलन से हुआ। इस मौके पर काशी इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से जुड़े बीटेक, फार्मेसी, एमबीए, बीबीए एवं पॉलिटेक्निक के वर्ष 2024 के पास आउट छात्र-छात्राओं ने डिग्री प्राप्त कर प्रसन्नता व्यक्त की।
कार्यक्रम में महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के कुलपति प्रो. डॉ. ए.के. त्यागी ने अपने संबोधन में कहा कि यह वैज्ञानिक युग है। 1947 में हम आजाद हुए, उसी के आस-पास जापान देश भी स्वतंत्र हुआ और 30 सालों में तकनीक के चलते दुनिया में अग्रणी देश बन गया। हमें भी तकनीक के क्षेत्र में अपने कौशल का प्रदर्शन करना होगा। कुलपति ने छात्रों का आवाहन किया कि वे अपनी ऊर्जा को सही दिशा में लगाएं और भारत को विश्वगुरु बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दें।
दीक्षांत समारोह में ओवरऑल टॉप करने वाले छात्र-छात्राओं को गोल्ड मेडल से सम्मानित किया गया। इनमें कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग की मेधा गुप्ता, एमबीए की करिश्मा, बी फार्मा की प्रगति और बीबीए की छात्रा निधि गुप्ता शामिल रहीं। समारोह में सभी विभागाध्यक्ष अपने-अपने विभाग के छात्रों के साथ मंच पर उपस्थित हुए और कुलपति प्रो. डॉ. ए.के. त्यागी के कर कमलों से विद्यार्थियों को उपाधि प्रमाणपत्र प्रदान किया गया।
कुलपति डॉ. त्यागी ने छात्रों को कड़ी मेहनत और लगन से प्राप्त शिक्षा के महत्व को समझाया तथा उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उन्होंने कहा कि काशी इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी पूर्वांचल में शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी संस्थानों में से एक है।
संस्थान के वाइस चेयरमैन विपुल जैन ने छात्रों को तकनीकी और प्रायोगिक शिक्षा पर विशेष ध्यान देने की सलाह दी। इस दौरान संस्थान के निदेशक प्रो. डॉ. गौरव सिंह और प्रो. डॉ. आशुतोष मिश्रा ने संस्थान की वार्षिक प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की।
समारोह का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ। इस अवसर पर संस्थान के उपनिदेशक प्रो. डॉ. ए.के. यादव, संकाय अध्यक्ष प्रो. डॉ. डी.एम. श्रीवास्तव, डीन छात्र कल्याण सच्चिदानंद पाठक, अवनीश सिंह समेत सभी विभागाध्यक्ष, शिक्षक एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।