वाराणसी
यूपी कॉलेज : मजार के पास हनुमान चालीसा का पाठ करने पहुंचे सैकड़ो छात्र
300 से अधिक पुलिस-पीएसी के जवान तैनात
वाराणसी के उदय प्रताप कॉलेज में इन दिनों विवाद गहराता जा रहा है। सोमवार को हिंदू छात्रों ने कॉलेज परिसर में स्थित मजार के पास हनुमान चालीसा का पाठ करने का ऐलान किया। इसके लिए पुलिस और पीएसी के 300 जवान तैनात किए गए, लेकिन करीब 300 छात्रों ने जुलूस निकालते हुए मजार के पास पहुंचने की कोशिश की। पुलिस ने उन्हें रोका, लेकिन वे मजार से 50 मीटर की दूरी पर बैठकर हनुमान चालीसा पढ़ने लगे।
पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे छात्रों को परिसर से खदेड़ दिया जिसके बाद वे शिवपुर थाने का घेराव करने निकल पड़े। रास्ते में ही पुलिस ने उन्हें रोककर छात्र नेताओं प्रतीक, विवेकानंद, और चंदन सहित कई अन्य को हिरासत में ले लिया। इसके बाद छात्र कॉलेज के मुख्य गेट पर लौट आए और वहां प्रदर्शन शुरू कर दिया।
यह विवाद तब से गहराया है जब वक्फ बोर्ड ने 2018 में कॉलेज की 3 बिस्सा जमीन को अपनी संपत्ति बताते हुए नोटिस जारी किया था। कॉलेज प्रशासन ने इस दावे को साजिश बताते हुए खारिज किया और वक्फ बोर्ड से जमीन से जुड़े कागजात मांगे।
अब तक कोई ठोस प्रमाण नहीं मिला है।पिछले शुक्रवार को 500 से अधिक लोग जुमे की नमाज के लिए कॉलेज परिसर में इकट्ठा हुए जबकि सामान्यतः यहां 20-25 लोग ही आते हैं। छात्रों ने इसे लेकर नाराजगी जाहिर की है और कहा है कि बढ़ती धार्मिक गतिविधियां पढ़ाई के माहौल को खराब कर रही हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में कॉलेज के 115वें स्थापना समारोह में इसे यूनिवर्सिटी का दर्जा देने की घोषणा की थी।
इसके बाद से वक्फ बोर्ड के दावे को लेकर विवाद और बढ़ गया है।100 एकड़ में फैले इस कॉलेज का ऐतिहासिक महत्व है। 1909 में इसकी स्थापना राजर्षि जूदेव ने की थी।
यह शिक्षा और खेल के क्षेत्र में अग्रणी है और हॉकी, बास्केटबॉल, तथा कृषि शिक्षा में अपनी पहचान रखता है।छात्रों ने यह घोषणा की है कि वे हर मंगलवार को मजार के पास हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे। ऐसे में प्रशासन के लिए स्थिति को नियंत्रित करना और भी चुनौतीपूर्ण हो गया है।