गाजीपुर
भीमापार में 14वां रामचरितमानस महायज्ञ संपन्न, महंत भवानी नंदन यति जी ने दिया आशीर्वचन

भीमापार (गाजीपुर)। जनपद के भीमापार बाजार स्थित ऐतिहासिक भीमा देवी मंदिर परिसर में आयोजित 14वां रामचरितमानस महायज्ञ आस्था, श्रद्धा और भक्ति के वातावरण में संपन्न हुआ। समापन समारोह में सिद्ध पीठ हथियाराम के महंत भवानी नंदन यति जी महाराज का भव्य स्वागत किया गया।
महाराज जी ने सर्वप्रथम भीमा देवी मंदिर में विधिवत पूजा-अर्चना कर क्षेत्रवासियों के सुख-समृद्धि की कामना की। इसके उपरांत वे पंडाल में बने मंच पर विराजमान हुए और उपस्थित श्रद्धालुओं को अपने आशीर्वचनों से अनुग्रहित किया। उन्होंने भीमापार ग्राम की धार्मिक चेतना की सराहना करते हुए कहा कि, “यहां के व्यास जी राजकुमार पाण्डेय के नेतृत्व में जो कार्य संपन्न हुआ है, वह अत्यंत प्रशंसनीय है। यहां की जनता में धार्मिक आस्था गहराई से समाई हुई है।”

महाराज जी ने अपने संबोधन में कहा कि जब भी वे इस क्षेत्र से गुजरते हैं, उन्हें आरती के स्वर सुनाई देते हैं, जो इस स्थान की धार्मिक ऊर्जा का परिचायक है। उन्होंने भीमापार को भक्ति, ज्ञान और वैराग्य का त्रिवेणी संगम बताते हुए इसे राम और शिव भक्ति की पावन भूमि निरूपित किया।
धर्म की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि कलियुग में भगवान की कथा और नाम ही मोक्ष का साधन हैं। साथ ही उन्होंने श्रद्धालुओं को भोजन से पूर्व भगवान को भोग लगाने की प्रेरणा दी, जिससे जीवन में शुद्धता और स्वास्थ्य बना रहे। उन्होंने मांसाहार करने वालों को भी चेताते हुए कहा कि उन्हें भैरव बाबा को भोग लगाकर ही आहार ग्रहण करना चाहिए, ताकि दुष्प्रवृत्तियों से बचा जा सके।
इस अवसर पर सादात ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि संतोष यादव, गुरुजी के रथ के चालक अनंत भक्त शिवानंद सिंह उर्फ झुना, व्यास राजकुमार पांडे (राज्य विधिक अधिकारी, इलाहाबाद हाईकोर्ट), सामाजिक कार्यकर्ता मनोज सिंह (परसनी, गाज़ीपुर), भाजपा सादात दक्षिणी मंडल अध्यक्ष दिलीप पाण्डेय, मनोज सिंह, रघुवंश सिंह पप्पू, लाल परीखा पटवा, संत कुमार पांडेय, नीरज पाण्डेय सहित क्षेत्र के अनेक गणमान्य नागरिक एवं श्रद्धालु बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
समारोह के आयोजक एवं व्यास राजकुमार पाण्डेय ने सभी आगंतुकों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए क्षेत्रवासियों से धर्ममार्ग पर सतत अग्रसर रहने का आग्रह किया।