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पूर्वांचल

बालिकाओं को आगे बढ़ने और जागरुक होने की जरुरत : जिलाधिकारी

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चंदौली। जिलाधिकारी निखिल टी. पुंडे की अध्यक्षता में अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस का आयोजन कलेक्ट्रेट सभागार में किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन महिला कल्याण विभाग और ग्राम्या संस्थान नौगढ़ के सहयोग से मिशन शक्ति फेज-5 अभियान के तहत किया गया। जिलाधिकारी ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

इस अवसर पर छात्राओं द्वारा संविधान गीत प्रस्तुत किया गया। कोविड-19 योजना से प्रभावित बच्चों को लैपटॉप वितरित किए गए। इसके साथ ही, “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” योजना के तहत कक्षा 10 और कक्षा 12 में जनपद में शीर्ष दस स्थान प्राप्त करने वाली मेधावी छात्राओं को 5000 का चेक वितरित किया गया। स्पांसरशिप योजना के तहत चयनित बच्चों को स्वीकृति प्रमाण पत्र दिए गए और सरकारी कार्यों में उत्कृष्टता दिखाने वाली महिला कर्मियों को सम्मानित किया गया।

जिलाधिकारी ने प्रतिभागी बालिकाओं और कर्मियों को प्रेरित करते हुए कहा कि लिंग संवेदीकरण, बालिकाओं के शिक्षण और प्रशिक्षण के विभिन्न आयामों को उच्चीकृत करने की आवश्यकता है। उन्होंने महिला कल्याण विभाग और ग्राम्या संस्था के संयुक्त प्रयासों की सराहना की। जिलाधिकारी ने कहा कि कार्यक्रम का उद्देश्य सुदूर क्षेत्रों में रहने वाली प्रत्येक बालिका को जागरूक करना और सभी पात्र लाभार्थियों को सरकार की विभिन्न योजनाओं से जोड़ना है।

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उन्होंने बताया कि अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस का आयोजन हर साल किया जाता है, जिसका मुख्य उद्देश्य लड़कियों के अधिकारों और उनकी स्थिति में सुधार के लिए जागरूकता फैलाना है। यह लड़कियों का सशक्तिकरण, उनकी शिक्षा, स्वास्थ्य और सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित करने के साथ-साथ उनके सामने आने वाली चुनौतियों को उजागर करने के लिए भी है।

इसके अतिरिक्त, जिलाधिकारी ने परिवार नियोजन से संबंधित जागरूकता कार्यक्रम चलाने की बात कही और बताया कि कोई भी लाभार्थी या महिला किसी भी समय जनपद के अधिकारियों से मिल सकती हैं। ग्राम्या संस्थान की बालिकाओं द्वारा माहवारी और स्वच्छता पर प्रस्तुत की गई जानकारी की मुख्य चिकित्साधिकारी ने सराहना की।

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