गाजीपुर
बहरियाबाद के बुद्धिजीवियों ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को बताया भारत की आन-बान-शान का प्रतीक

गाजीपुर। भारत सरकार द्वारा 7 मई को शुरू किए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर गाजीपुर जिले के बहरियाबाद क्षेत्र में उत्साह और गर्व का माहौल है। स्थानीय बुद्धिजीवियों ने इसे आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक और साहसिक कदम बताते हुए भारतीय सेना की वीरता को सलाम किया है।
सुभाष विद्या मंदिर इंटर कॉलेज, बहरियाबाद के प्रबंधक अजय सहाय ने कहा कि यह अभियान भारतवर्ष की महिलाओं के सम्मान और सुरक्षा को समर्पित है। उन्होंने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर वास्तव में गौरवशाली रहा। यह भारतीय महिलाओं के सिंदूर की रक्षा के लिए उठाया गया एक ऐतिहासिक कदम है, जिसकी देशभर में सराहना हो रही है।”
बहरुल उलूम ग्रुप ऑफ़ इंस्टिट्यूशन के प्रबंध निदेशक अब्दुल वाजिद अंसारी ने बताया कि यह ऑपरेशन 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले की प्रतिक्रिया में किया गया, जिसमें 25 भारतीय नागरिक और एक नेपाली नागरिक शहीद हुए थे। उन्होंने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर भारत की आतंकवाद विरोधी नीति में एक निर्णायक मोड़ है। इससे स्पष्ट हुआ कि भारत अब सिर्फ जवाब नहीं देता, बल्कि भविष्य की धमकियों को जड़ से मिटाने में यकीन रखता है।”
उन्होंने बताया कि इस ऑपरेशन में भारतीय वायुसेना ने राफेल विमानों से एससीएएलपी और हैमर ग्लाइड बमों का प्रयोग कर आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया। नौ प्रमुख ठिकानों पर हमले किए गए, जिनमें से चार पाकिस्तान के पंजाब प्रांत और पाँच पीओजेके में स्थित थे। भारत ने यह सुनिश्चित किया कि कोई पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठान निशाने पर न आए, ताकि संघर्ष की व्यापकता न बढ़े।
हालाँकि पाकिस्तान ने भारतीय हमलों में नागरिक हताहतों का दावा किया, लेकिन भारत सरकार ने इन आरोपों को खारिज करते हुए इसे “केंद्रित, मापा और गैर-उत्तेजक” कार्रवाई बताया।
भाजपा मंडल सादात उत्तरी के महामंत्री दानिशवरा ने ऑपरेशन सिंदूर पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “भारतवर्ष के शान के लिए यहाँ का हर नागरिक मिटने को तैयार है। यह ऑपरेशन आतंकवाद को जड़ से समाप्त करने और पाकिस्तान को करारा जवाब देने के लिए बेहद आवश्यक था।”
ग्राम सभा आराजी कस्बा स्वाद के प्रधान प्रतिनिधि अब्दुल खालिक उर्फ गुड्डू ने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर ने सिद्ध कर दिया कि भारत किसी भी मामले में किसी देश से कम नहीं है। हमारे सपूतों ने जो पराक्रम दिखाया है, वह अविस्मरणीय है। पूरा देश आज सेना के इस अदम्य साहस को सलाम कर रहा है।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी राष्ट्र को संबोधित करते हुए ऑपरेशन सिंदूर की सफलता की घोषणा की और कहा, “हर आतंकवादी अब जानता है कि हमारी बहनों-बेटियों के माथे से सिंदूर पोंछने के क्या परिणाम होंगे।” उन्होंने इसे आतंकवाद के विरुद्ध भारत की “शून्य सहिष्णुता” की नीति का उदाहरण बताया।
इस ऑपरेशन ने न केवल पाकिस्तान के आतंकी ढांचे को गहरा आघात पहुँचाया, बल्कि भारतीय रक्षा प्रणाली की परिपक्वता और आत्मनिर्भरता का भी प्रदर्शन किया। ब्रह्मोस, नागस्त्र-1, स्काईस्ट्राइकर, आकाश और डी-4 जैसी स्वदेशी तकनीकों का सफल प्रयोग भारत की सैन्य क्षमताओं को वैश्विक मंच पर स्थापित करता है।