वाराणसी
पीएम मोदी ने काशी को दिया विकास का विराट उपहार

काशी अब केवल आध्यात्मिक नहीं, विकास का मॉडल भी है : प्रधानमंत्री
वाराणसी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने 51वें दौरे में विकास की बड़ी सौगात दी। पीएम मोदी ने 2183.45 करोड़ की 52 परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया, जिनमें दालमंडी चौड़ीकरण, गंगा घाटों के जीर्णोद्धार और होम्योपैथिक मेडिकल कॉलेज का निर्माण भी शामिल है। मंच से उन्होंने 20वीं किश्त के रूप में पीएम किसान सम्मान निधि की ₹20500 करोड़ की राशि देशभर के 10 करोड़ किसानों के खातों में सीधे भेजी।
बनौली जनसभा स्थल पर जनसैलाब उमड़ा और ‘हर-हर महादेव’ के नारों से प्रधानमंत्री का स्वागत हुआ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हेलीपैड पर पीएम मोदी का स्वागत किया और उनके साथ मंच तक पैदल यात्रा की। सीएम योगी ने बाबा विश्वनाथ की प्रतिकृति भेंट की, जिससे माहौल और भी भक्तिमय हो गया।

कार्यक्रम के दौरान दिव्यांगों के लिए विशेष रूप से सहायक उपकरण वितरित किए गए। प्रधानमंत्री ने दिव्यांग बच्ची बबली को विशेष स्मार्ट चश्मा पहनाया और सिर पर हाथ रखकर आशीर्वाद दिया। दिव्यांग क्रिकेटर संतोष कुमार पांडेय को स्पोर्ट्स व्हीलचेयर प्रदान की गई।
पीएम मोदी ने कहा कि काशी सिर्फ आध्यात्मिक राजधानी नहीं, अब विकास का मॉडल भी बन चुकी है। उन्होंने “लखपति दीदी” योजना पर भी ज़ोर दिया और बताया कि अब तक 1.5 करोड़ महिलाएं इस योजना से लाभान्वित हो चुकी हैं, और लक्ष्य है तीन करोड़ लखपति दीदी बनाने का।
ऑपरेशन सिंदूर का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि यह नया भारत है, जो भोलेनाथ को पूजता है और जरूरत पड़ने पर कालभैरव भी बनता है। ब्रह्मोस मिसाइल की ताकत पर उन्होंने कहा कि इसका नाम सुनकर भी पाकिस्तान को नींद नहीं आती।

जनता से वोकल फॉर लोकल की अपील करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि ऐसे अस्थिर वैश्विक माहौल में हमारा कर्तव्य है कि हम स्वदेशी वस्तुओं को ही खरीदें और बेचें। उन्होंने भरोसा दिलाया कि भारत न सिर्फ आत्मनिर्भर होगा, बल्कि वैश्विक नेतृत्व की ओर भी बढ़ेगा।
कार्यक्रम स्थल पर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए थे। मीडिया, दिव्यांगों और आगंतुकों के लिए अलग व्यवस्थाएं की गईं। मंच पर उपमुख्यमंत्री केशव मौर्य और ब्रजेश पाठक की उपस्थिति ने भी राजनीतिक एकता का संदेश दिया।