पूर्वांचल
पशु तस्करों का अड्डा बनी पारस गली, प्रशासन की लापरवाही से बढ़ रही तस्करी !
नंदगंज (गाजीपुर)। उत्तर प्रदेश सरकार जहां एक ओर गोवंश तस्करी पर रोक लगाने के लिए सख्त कदम उठा रही है, वहीं दूसरी ओर कुछ जिम्मेदार कर्मचारियों की उदासीनता के चलते तस्करों के हौसले बुलंद हैं। गाजीपुर जिले के नंदगंज बाजार से सटी पारस गली इन दिनों पशु तस्करों के लिए सेफजोन बन गई है।
सूत्रों के अनुसार, इस गली से देर रात और सुबह करीब 5 बजे चोरी-छिपे गोवंश की तस्करी की जा रही है। यह मार्ग नंदगंज से चोचकपुर-बड़सरा रोड से जुड़ता है, जहां से तस्कर आसानी से गंगा तट और जमानियां की ओर निकल जाते हैं।
तस्करी के दौरान गोवंश के साथ की जा रही क्रूरता बेहद चिंताजनक है। जिन पिकअप वाहनों में केवल एक गोवंश ले जाने की क्षमता होती है, उनमें जबरन 2-3 गोवंश ठूंसे जाते हैं। इनमें अधिकांश गायें होती हैं। तंग जगह और दम घुटने की वजह से कई बार गोवंश रास्ते में ही दम तोड़ देते हैं।
स्थानीय निवासियों ने इस बढ़ती तस्करी पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि पुलिस को इन गतिविधियों पर कड़ी नजर रखनी चाहिए और दोषियों के खिलाफ सख्त कदम उठाने चाहिए।