राज्य-राजधानी
जहरीली शराब पीने से 14 लोगों की मौत, मुख्य सप्लायर गिरफ्तार

अमृतसर। पंजाब के मजीठा विधानसभा क्षेत्र के पाँच गांवों में जहरीली शराब पीने से तबाही मच गई है। सोमवार देर रात तक भंगाली, धरीएवाल और मराडी कलां सहित पाँच गांवों में जहरीली शराब से 14 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि कई अन्य की हालत गंभीर बताई जा रही है। यह घटना राज्य में पिछले तीन वर्षों में सामने आई चौथी बड़ी शराब त्रासदी है।
मुख्य सप्लायर पर शिकंजा, किंगपिन भी गिरफ्त में
अमृतसर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) मनिंदर सिंह ने बताया कि रात करीब 9:30 बजे नकली शराब से लोगों की तबीयत बिगड़ने की सूचना मिलते ही पुलिस सक्रिय हो गई। कार्रवाई करते हुए चार संदिग्धों को हिरासत में लिया गया और मुख्य सप्लायर परबजीत सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया। उसकी निशानदेही पर कथित किंगपिन साहब सिंह को भी पकड़ लिया गया है।
एसएसपी ने बताया, “हम जांच कर रहे हैं कि शराब किन स्रोतों से आई थी। सरकार के निर्देश पर नकली शराब आपूर्ति श्रृंखला के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। अब तक दो एफआईआर दर्ज हो चुकी हैं।”
इलाके में अफरा-तफरी, मेडिकल टीमें सक्रिय
अमृतसर की डिप्टी कमिश्नर साक्षी साहनी ने बताया कि पांच गांवों में त्रासदी फैल चुकी है। स्वास्थ्य विभाग की टीमें घर-घर जाकर लोगों की जांच कर रही हैं। अब तक 14 मौतों की पुष्टि हो चुकी है, जबकि छह लोग अस्पताल में भर्ती हैं। कुछ में लक्षण अभी नहीं दिखे हैं, लेकिन उन्हें भी इलाज के लिए भेजा जा रहा है।
स्थानीय निवासियों ने आशंका जताई है कि मृतकों की संख्या और बढ़ सकती है, क्योंकि कुछ पीड़ितों की हालत बेहद नाजुक है। प्रशासन ने संदिग्ध शराब विक्रेताओं की तलाश तेज कर दी है और सभी शवों का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है।
विपक्ष का सरकार पर हमला
घटना को लेकर सियासी हलकों में भी उबाल है। विपक्षी दलों ने सरकार पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए मांग की है कि पीड़ित परिवारों को मुआवजा दिया जाए और दोषियों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाए।
सरकार ने मामले की गंभीरता को देखते हुए उच्च स्तरीय जांच के आदेश दे दिए हैं। साथ ही, नकली शराब बनाने और सप्लाई करने वालों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जा रही है।