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ईरान-इजरायल की जंग में कूदा अमेरिका, परमाणु ठिकानों पर बमबारी

नई दिल्ली। पश्चिम एशिया में तनाव अब एक नए मोड़ पर पहुंच गया है। ईरान और इजरायल के बीच चल रहे घमासान में अब अमेरिका ने भी खुलकर हस्तक्षेप कर दिया है। रविवार को अमेरिकी वायुसेना ने ईरान के तीन प्रमुख परमाणु केंद्रों फोर्डो, नतांज और इस्फहान पर बमबारी कर दी। इसकी पुष्टि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने खुद की है।
डोनाल्ड ट्रंप का ऐलान: सफल मिशन, सभी विमान सुरक्षित लौटे
ट्रंप ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए कहा, “हमने फोर्डो, नतांज और इस्फहान परमाणु ठिकानों पर सफल हमला किया है। सभी विमान अब ईरान के हवाई क्षेत्र से बाहर हैं और सुरक्षित लौट चुके हैं। यह हमारी सेना की महान उपलब्धि है। अब शांति का समय है।”
हूती विद्रोहियों की चेतावनी: अमेरिकी जहाजों पर फिर होंगे हमले
दूसरी ओर, यमन में ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों ने अमेरिका को चेतावनी दी है कि यदि वह इजरायल के समर्थन में युद्ध में कूदता है, तो वे लाल सागर में अमेरिकी जहाजों पर हमले फिर से शुरू करेंगे। बता दें कि मई में एक समझौते के तहत हूतीयों ने ये हमले रोक दिए थे।
9 दिन में 400 से ज्यादा ईरानी मारे गए, हालात बेहद गंभीर
ईरानी स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि इजरायली हमलों में अब तक 400 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं जबकि 3,000 से ज्यादा घायल हुए हैं। इनमें से 2,200 को इलाज के बाद छुट्टी दी जा चुकी है। बाकी का इलाज अस्पतालों और आउट पेशेंट सुविधा के तहत जारी है।
इजरायल का पलटवार: ईरान के 3 टॉप कमांडर ढेर
इजरायल डिफेंस फोर्स (IDF) ने एक बयान में बताया कि उसने रात भर की कार्रवाई में ईरान के तीन वरिष्ठ कमांडरों को मार गिराया है। इससे पहले 13 जून को भी इजरायल ने ईरान के परमाणु और सैन्य ठिकानों पर हवाई हमले किए थे, जिसमें कई टॉप वैज्ञानिक और सैन्य अधिकारी मारे गए थे।
कहां जा रहा है यह युद्ध?
अब बड़ा सवाल यह है कि इस त्रिकोणीय टकराव में आगे क्या होगा? क्या यह टकराव पूर्ण युद्ध में बदल जाएगा या फिर अमेरिका की कार्रवाई के बाद कोई कूटनीतिक रास्ता निकलेगा? फ़िलहाल, हालात बेहद संवेदनशील बने हुए हैं।