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वाराणसी

आयुष्मान भारत योजना में बेहतर प्रदर्शन के लिए सीएमओ हुए सम्मानित

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रिपोर्ट – प्रदीप कुमार

आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के लिए वरदान साबित हो रही योजना

पिछले पाँच वर्षों में जिले में 1.84 लाख लाभार्थियों का हुआ मुफ्त इलाज

वाराणसी: वाराणसी में आयुष्मान भारत – प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना व मुख्यमंत्री जन आरोग्य अभियान का लाभ गरीब व आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को निरंतर प्रदान किया जा रहा है। इसका परिणाम है कि योजना के अंतर्गत चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग वाराणसी को प्रदेश में बेहतर प्रदर्शन व सहयोग के लिए सम्मानित किया गया।
लखनऊ में शुक्रवार को आयोजित आयुष्मान भारत योजना के समारोह में प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने वाराणसी के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ संदीप चौधरी को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। इस दौरान राज्यमंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह, नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ विनोद के पॉल, प्रमुख सचिव पार्थ सारथी सेन शर्मा और साचीज़ की सीईओ संगीता सिंह भी मौजूद रहीं। उप मुख्यमंत्री समेत समस्त उच्च अधिकारियों ने सीएमओ को वाराणसी में और बेहतर चिकित्सकीय व स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कराने के लिए प्रोत्साहित किया।
सीएमओ डॉ. संदीप चौधरी ने बताया कि वाराणसी बड़ी जनसंख्या वाला जनपद है और आसपास के जिलों जैसे चंदौली, भदोही, गाज़ीपुर, जौनपुर, सोनभद्र, मिर्ज़ापुर आदि के साथ-साथ बिहार, झारखंड व अन्य राज्यों से लोग इलाज कराने के लिए यहाँ आते हैं। जनपद में आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत 24 सरकारी अस्पताल और 163 निजी चिकित्सालय आबद्ध हैं जहां पात्र आयुष्मान कार्ड लाभार्थियों का निःशुल्क इलाज किया जा रहा है। जनपद में 23 सितंबर 2018 से आयुष्मान भारत योजना की शुरुआत हुई थी। तब से अब तक जनपद में 1.84 लाख पात्र लाभार्थियों का योजना के तहत निःशुल्क इलाज किया गया। इसमें करीब 55,569 लाभार्थियों का सरकारी अस्पतालों तथा करीब 1.29 लाख का निजी चिकित्सालयों में इलाज किया गया। अब तक करीब 261 करोड़ रुपये का भुगतान समस्त आबद्ध चिकित्सालयों को किया गया।
सीएमओ ने बताया कि जिलाधिकारी एस राजलिंगम व मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल के निर्देशन व पंचायती राज समेत अन्य विभागों के सहयोग से वाराणसी को यह उपलब्धि हासिल हुई है। इस उपलब्धि के लिए जनपदीय नोडल अधिकारी डॉ आरके सिंह, जिला कार्यान्वयन इकाई की डीपीसी डॉ पूजा जायसवाल, डीआईएसएम नवेन्द्र सिंह, डीजीएम सागर कुमार सहित समस्त आयुष्मान मित्रों व आशा कार्यकर्ताओं ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है। वर्तमान में वाराणसी का आयुष्मान कार्ड बनाने में 11वां, लाभार्थियों के इलाज में पाँचवां और अंत्योदय कार्ड लाभार्थियों के आयुष्मान कार्ड बनाने में तीसरा स्थान है।
नोडल अधिकारी डॉ आरके सिंह ने बताया कि आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत जनपद में लक्षित परिवारों की संख्या करीब 3.07 लाख है। अब तक करीब 1.94 लाख परिवारों को कवर किया जा चुका है। लक्षित पात्र लाभार्थियों की संख्या करीब 12.82 लाख है, जिसमें से करीब 5.98 लाख लाभार्थियों के आयुष्मान कार्ड बन चुके हैं। उन्होंने बताया जिन लाभार्थियों के पास प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री का पत्र हो, अंत्योदय कार्ड हो, श्रमिक कार्ड जो कि अक्टूबर 2019 से अक्टूबर 2020 के बीच बना हो या सामाजिक आर्थिक जनगणना 2011 में सूचीबद्ध परिवारों की सूची में नाम हो, वह लाभार्थी आयुष्मान कार्ड योजना से आबद्ध किसी चिकित्सालय में बनवा सकता है। उन्होंने बताया कि योजना के अंतर्गत नियमित आयुष्मान कार्ड कैंप, समीक्षा, मॉनिटरिंग व योजना क्रियान्वयन बैठकें की जा रही हैं।
इन्सेट —-
योजना के लाभ –
• देश के दस करोड़ से अधिक परिवारों को फाइनेंशियल प्रोटेक्शन प्रदान करती है।

  • कैशलेस और पेपर वर्क के बिना हेल्थ केयर सर्विस
    • योजना से जुड़े लोग बिना कैश व पेपर वर्क के देशभर में किसी भी आबद्ध अस्पताल या चिकित्सा केंद्र में स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ ले सकते हैं।
    • गंभीर बीमारियां जैसे- कैंसर, डायबिटीज, हाइपरटेंशन का उपचार कवर होता है। यह उपचार आमतौर पर आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के लिए बहुत ही महंगा होता है।
    • योजना से हेल्थ केयर सर्विसेज की मांग बढ़ी है, स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में रोजगार के अवसर पैदा हुए हैं।
    • योजना ने गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुँच प्रदान करके देश में आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के स्वास्थ्य परिणामों में सुधार किया।

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