आजमगढ़
आजमगढ़ में पिछड़ी जाति छात्रवृत्ति के लिए सस्पेक्ट डाटा आया सामने

आजमगढ़ (जयदेश)। जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी चेतन सिंह ने बताया कि वर्ष 2024-25 के पिछड़ी जाति दशमोत्तर छात्रवृत्ति/शुल्क प्रतिपूर्ति योजनान्तर्गत छात्रों द्वारा भरे गए ऑनलाइन आवेदन पत्रों की अग्रसारण प्रक्रिया चल रही है। इस प्रक्रिया के तहत, लखनऊ मुख्यालय से छात्रों के आवेदन पत्रों की जॉच के बाद कुल 24387 छात्रों का संदिग्ध डाटा जनपद स्तर पर उपलब्ध कराया गया है। इस डाटा में नामांकन/रोल नंबर/अंकों का विश्वविद्यालय द्वारा अपलोड किए गए डाटा से मेल न खाना, 60% से कम अंक प्राप्त छात्रों का निजी संस्थानों में व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में प्रवेश, और अन्य कारणों से संदिग्ध डाटा शामिल हैं।
इन छात्रों के संदिग्ध डाटा का मिलान करते हुए इसे नियमानुसार अग्रेषित या अस्वीकृत किया जाएगा और डिजिटल लॉक किया जाएगा। इस संबंध में जनपद के सभी दशमोत्तर शिक्षण संस्थाओं से अनुरोध है कि वे छात्रों के संदिग्ध डाटा की सूची एनआईसी की वेबसाइट पर उपलब्ध है, जिसे विद्यालय अपने छात्रवृत्ति लॉगिन से या अधोहस्ताक्षरी कार्यालय से प्राप्त कर सकते हैं।
शिक्षण संस्थाओं को छात्रवृत्ति संबंधित अभिलेखों की जांच कर, सत्यापित करने के बाद उन्हें 24 फरवरी 2025 तक अधोहस्ताक्षरी कार्यालय को उपलब्ध कराना अनिवार्य है। यदि निर्धारित समय तक अभिलेख नहीं मिलते हैं, तो संबंधित शिक्षण संस्थान और छात्र इसके लिए जिम्मेदार होंगे।