वाराणसी
स्ट्रीट वेंडरों की समस्याओं को लेकर नगर निगम पहुंचा जनसैलाब

वाराणसी। राष्ट्रीय फेरी-पटरी-ठेला व्यवसायी संगठन के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक निगम के नेतृत्व में सैकड़ों स्ट्रीट वेंडर अपनी विभिन्न समस्याओं को लेकर मंगलवार को नगर निगम कार्यालय पहुंचे। वे नगर आयुक्त से मुलाकात कर अपनी मांगें रखनी चाहते थे। हालांकि, नगर आयुक्त अक्षत वर्मा की अनुपस्थिति की सूचना मिलने पर वेंडरों में नाराजगी फैल गई और वे सीधे नगर आयुक्त से मिलने पर अड़े रहे।
स्थिति को संभालते हुए जनसुनवाई प्रभारी अधिकारी शिखा मौर्य ने अभिषेक निगम की नगर आयुक्त से फोन पर वार्ता कराई। इसके बाद नगर आयुक्त ने 28 मई को दोपहर 12 बजे वार्ता का समय निर्धारित किया है, जिसमें वेंडरों की समस्याओं पर विस्तार से चर्चा होगी।
इस अवसर पर अभिषेक निगम ने नगर आयुक्त को चार सूत्रीय मांग पत्र सौंपा। ज्ञापन में प्रमुख मुद्दों में चौकाघाट-लहरतारा फ्लाईओवर के नीचे बने नाइट मार्केट की दुर्व्यवस्था शामिल है। उन्होंने कहा कि यहां मांसाहारी रेस्टोरेंट्स द्वारा फैलाया गया कचरा काशी की धार्मिक छवि और स्वच्छता दोनों के लिए खतरा है। उन्होंने मांग की कि नाइट मार्केट को स्वच्छ, बिजली-पानी से युक्त बनाकर केवल शाकाहारी वस्तुओं की बिक्री के लिए स्थानीय पटरी व्यवसायियों को आवंटित किया जाए।
संगठन ने श्रेया इंटरप्राइजेज द्वारा मार्केट आवंटन में अनियमितताओं का भी विरोध किया। साथ ही स्थानीय वेंडरों को पहचान पत्र जारी कर डिजिटल भुगतान के माध्यम से वेंडिंग शुल्क लेने की मांग की।
ज्ञापन में 52 प्रस्तावित वेंडिंग जोन की समीक्षा के लिए ट्रैफिक पुलिस, जोनल अधिकारी, पुलिस प्रतिनिधि और संगठन के प्रतिनिधि की संयुक्त समिति गठित करने का आग्रह भी किया गया, ताकि आवश्यक होने पर ही किसी क्षेत्र को नो-वेंडिंग जोन घोषित किया जाए। इसके साथ ही पुलिस द्वारा वेंडरों के उत्पीड़न को रोका जाए जब तक समिति कोई निर्णय नहीं लेती।
इस दौरान संगठन के अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद सिंह, कार्यवाहक अध्यक्ष हरिशंकर सिंह, महासचिव अभिषेक निगम, डॉ. गौरव प्रकाश, अनमोल निगम, अस्पताली सोनकर, नूर मोहम्मद, गणेश यादव, मनोज जायसवाल, प्रकाश सोनकर सहित सैकड़ों पटरी व्यवसायी उपस्थित थे।