अपराध
बेटे की आत्महत्या के बाद मां-बेटी ने खाया जहर

छोटी सी डांट पर उजड़ गया पूरा परिवार, गांव में पसरा मातम
गोरखपुर | जिले के कूचडेहरि गांव में एक छोटी सी कहासुनी ने पूरे परिवार को खत्म कर डाला। दवा के पैसे को लेकर मां से हुई मामूली नोकझोंक के बाद 18 वर्षीय मोहित कन्नौजिया ने फांसी लगाकर जान दे दी। बेटे की मौत देख मां कौशिल्या देवी और बहन सुप्रिया ने भी ज़हर खाकर आत्महत्या कर ली।
घटना के समय मोहित अपनी मां और बहन के साथ हरपुर चौराहे पर दवा लेने निकला था। रास्ते में पैसों को लेकर मां से बहस हो गई। डांट से नाराज़ मोहित घर लौट आया। कुछ ही देर बाद उसने मां को फोन कर बताया कि वह आत्महत्या करने जा रहा है। जब मां और बहन घर पहुंचीं तो दरवाजा अंदर से बंद मिला। शोर सुनकर गांववाले पहुंचे और दरवाजा तोड़ा गया, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी—मोहित की लाश फंदे से झूल रही थी।
बेटे की मौत का सदमा मां कौशिल्या बर्दाश्त नहीं कर सकी और उन्होंने जहर खा लिया। मां को बिलखते देख बहन सुप्रिया ने भी वही कदम उठा लिया। आनन-फानन में दोनों को अस्पताल ले जाया गया, जहां सुप्रिया की मौत हो गई और देर रात इलाज के दौरान कौशिल्या ने भी दम तोड़ दिया।
बताया जाता है कि मोहित के पिता अंगद कन्नौजिया की दस वर्ष पूर्व मृत्यु हो चुकी थी। मोहित कम उम्र में ही परिवार का सहारा बन गया था और मुम्बई में मजदूरी करता था। वह हाल ही में एक हफ्ते की छुट्टी पर घर आया था।
घटना की सूचना मिलते ही ग्राम प्रधान ने पुलिस को जानकारी दी। मोहित के बड़े पिता गंगा सागर और चाचा रवि कन्नौजिया अब मुंबई से गांव लौट रहे हैं। गांव में मातम पसरा है और लोग स्तब्ध हैं कि एक छोटी सी डांट ने कैसे पूरे परिवार को खत्म कर दिया।