वाराणसी
दुर्गाकुंड सीएचसी में रिक्शेवाले की कलाई का हुआ सफल ऑपरेशन

वाराणसी | शहर के गरीब और जरूरतमंद मरीजों के लिए वाराणसी की शहरी स्वास्थ्य सेवाएं उम्मीद की किरण बनती जा रही हैं। दुर्गाकुंड स्थित शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) में एक गरीब रिक्शेवाले की कलाई का सफल ऑपरेशन किया गया। 58 वर्षीय भार्गवदास की कलाई भीड़ में गिरने से टूट गई थी। समाजसेवी संस्था की मदद से उन्हें CHC दुर्गाकुंड लाया गया, जहां सी-आर्म मशीन की सहायता से ऑपरेशन कर उनकी टूटी हड्डी में प्लेट लगाई गई।
समाजसेवी संस्था ने दिलाई चिकित्सा सुविधा
मुख्य चिकित्साधिकारी (CMO) डॉ. संदीप चौधरी ने बताया कि घायल रिक्शेवाले को समाजसेवियों ने अस्पताल पहुंचाया था। मरीज की स्थिति देखते हुए आर्थोपेडिक सर्जन डॉ. प्रवीण ने तत्काल ऑपरेशन का निर्णय लिया। ऑपरेशन से पूर्व डॉ. निकुंज वर्मा ने ब्रेकियल ब्लॉक के जरिए हाथ को सुन्न किया। इसके बाद सी-आर्म मशीन से सफल सर्जरी की गई।
जल्द सभी CHC में उपलब्ध होगी सुविधा
डॉ. चौधरी ने जानकारी दी कि हाल ही में चोलापुर स्थित ग्रामीण CHC में भी सी-आर्म मशीन लगाई गई है। शहरी क्षेत्र के अधिकांश स्वास्थ्य केंद्रों में यह सुविधा पहले ही उपलब्ध कराई जा चुकी है और जल्द ही सभी CHC में यह तकनीक सक्रिय हो जाएगी। सी-आर्म मशीन के माध्यम से हड्डी से संबंधित जटिल ऑपरेशन अब सरकारी अस्पतालों में भी संभव हो पा रहे हैं।
गरीबों के लिए वरदान बन रही तकनीक
अधीक्षक डॉ. निकुंज वर्मा ने बताया कि दुर्गाकुंड CHC में सी-आर्म मशीन से न सिर्फ भार्गवदास जैसे मरीजों को लाभ मिला है, बल्कि अब हड्डी की जटिल सर्जरी के लिए गरीबों को महंगे प्राइवेट अस्पतालों का रुख नहीं करना पड़ेगा। ऑपरेशन के बाद भार्गवदास की हालत ठीक है और उन्हें जल्द ही अस्पताल से छुट्टी मिल जाएगी। डॉक्टरों के मुताबिक कुछ दिन बाद वह फिर से रिक्शा चलाने में सक्षम होंगे।
सरकारी स्वास्थ्य तंत्र की सर्जरी में बढ़ रही दक्षता
इस ऑपरेशन ने यह साबित कर दिया है कि सरकारी अस्पतालों में भी अब उच्च तकनीक और कुशल डॉक्टरों की बदौलत जटिल सर्जरी संभव है। सी-आर्म मशीन की बदौलत खासतौर पर गरीब और निम्न आय वर्ग के मरीजों को निःशुल्क और गुणवत्तापूर्ण इलाज मिल रहा है।