वाराणसी
बरेका में तकनीकी गोष्ठी संपन्न, रख-रखाव एवं साफ़-सफाई पर बारीकी से चर्चा
वाराणसी। ‘उम्र भर ग़ालिब यही भूल करता रहा, धूल चेहरे पर थी आईना साफ़ करता रहा’ इस मशहूर शेर के माध्यम से बनारस रेल इंजन कारखाना, वाराणसी में मनाए जा रहे राजभाषा पखवाड़ा के अंतर्गत सोमवार को ऑनलाइन आयोजित तकनीकी गोष्ठी में मुख्य यांत्रिक इंजीनियर (गुणवत्ता प्रबंधन प्रणाली) महेश कुमार ने कार्यस्थल पर सामग्रियों के रख-रखाव और साफ-सफाई के तरीकों को बारीकी से समझाया।
पांच एस- वर्कप्लेस मैनेजमेंट सिस्टम: बरेका के परिप्रेक्ष्य में विषयक तकनीकी गोष्ठी में महेश कुमार ने पॉवर प्वाइंट प्रेजेंटेशन द्वारा कार्यस्थल पर सामग्रियों की सॉर्टिंग अर्थात छंटाई, सेट-इन-ऑर्डर अर्थात सुव्यवस्था, शाइनिंग अर्थात चमकाना, स्टैंडर्डाइज अर्थात मानकीकरण एवं सस्टनेबिल अर्थात स्थायित्व बनाए रखने के तौर-तरीकों पर विस्तृत और व्यापक ढंग से अपनाकर इसे दैनिक जीवन के लिए भी सफलता का मार्ग बताया। उन्होंने बताया कि किसी भी संगठन के उत्थान के लिए ये पांच एस अति उपयोगी हैं तथा इसके अपनाए जाने के बाद असफलता और रिजेक्शन की संभावना नगण्य हो जाती है।
महेश कुमार ने बताया कि प्रत्येक उपयोगी उपकरण निर्धारित स्थान पर साफ-सुथरे ढंग और उपयोगिता के क्रमानुसार रखे जाने से कम जगह में भी अधिक जगह बनाई जा सकती है। तकनीकी गोष्ठी का संचालन करते हुए बरेका के वरिष्ठ राजभाषा अधिकारी डॉ. संजय कुमार सिंह ने गोष्ठी में शामिल अधिकारियों और कर्मचारियों का आरंभ में स्वागत करते हुए राजभाषा पखवाड़ा के कार्यक्रमों के संबंध में बताया और अंत में बहुउपयोगी व्याख्यान देने के लिए महेश कुमार एवं सभी सहभागियों के प्रति आभार व्यक्त किया।