मुम्बई
मुंबई: पीएम मोदी का कांग्रेस पर हमला, बजट और आरक्षण नीति पर कही बड़ी बात
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को मुंबई के घाटकोपर और कल्याण में जनसभा रैली को संबोधित किया। जिसमें उन्होंने विपक्ष पर जमकर प्रहार किया और कहा कि, “धर्म के आधार पर देश को बांटने वाली कांग्रेस केंद्र सरकार के बजट का 15 प्रतिशत अल्पसंख्यकों के लिए आवंटित करना चाहती है। उनकी सरकार धर्म के आधार पर बजट का बंटवारा या नौकरियों और शिक्षा में आरक्षण की अनुमति किसी सूरत में नहीं देगी। उन्हें हिंदू-मुस्लिम मुद्दा उठाने का आरोप लगाया जा रहा है, लेकिन वह केवल कांग्रेस और आइएनडीआइए की तुष्टीकरण की राजनीति और लोगों को धार्मिक आधार पर बांटने की उनकी साजिश को उजागर कर रहे हैं।”
चुनाव में पीएम चुनने की अहमियत – प्रधानमंत्री मोदी ने बुधवार को महाराष्ट्र के नासिक के डिंडोरी और कल्याण में राजग प्रत्याशियों के समर्थन में चुनावी रैलियों को संबोधित किया और मुंबई में एक मेगा रोड शो भी किया। उन्होंने कहा कि यह चुनाव सिर्फ एमपी चुनने का नहीं, बल्कि पीएम चुनने का है, जो ताकतवर भारत बनाने के लिए कड़े और बड़े फैसले ले सके।
किसानों के हित में फैसले -पीएम मोदी ने कहा कि, “वह हमेशा किसानों के हितों को प्राथमिकता देते हैं। नासिक और इसके आसपास का क्षेत्र प्याज और अंगूर की खेती के लिए प्रसिद्ध है। यह हमारी ही सरकार थी, जिसने पहली बार प्याज बफर प्रणाली शुरू की। 10 दिन पहले प्याज निर्यात से प्रतिबंध भी हटा लिया गया है।”
धर्म आधारित आरक्षण के विरोधी -प्रधानमंत्री ने कहा कि, “डॉ. आंबेडकर धर्म आधारित आरक्षण के विरोधी थे, फिर भी कांग्रेस एससी, एसटी, ओबीसी और गरीबों से आरक्षण छीनकर मुसलमानों को देने पर अड़ी हुई है। कांग्रेस और उसके सहयोगियों को पता होना चाहिए कि मोदी कभी भी धर्म के आधार पर बजट आवंटन या आरक्षण नहीं देने देगा।”
विपक्ष पर तंज – पीएम मोदी ने कहा कि, “सरकार बनने के बाद पहले 100 दिनों में क्या काम करना है, क्या फैसले लेने हैं, इस पर हमने लगातार काम किया है। विपक्षी गठबंधन के एक नेता (शरद पवार की ओर इशारा) ने गठबंधन दलों से अपनी दुकान बंद करने और कांग्रेस के साथ विलय करने का आग्रह किया है। अगर ऐसा हुआ तो नकली शिवसेना और राकांपा का दावा करने वाली पार्टियां अंततः कांग्रेस में विलय कर लेंगी। यदि ऐसा हुआ तो हमें सबसे ज्यादा बालासाहेब ठाकरे की याद आएगी, जिन्होंने कहा था कि जिस दिन मुझे लगेगा कि शिवसेना कांग्रेस में तब्दील हो गई है, मैं शिवसेना को भंग कर दूंगा।”
कांग्रेस के विभाजनकारी एजेंडे पर प्रहार -मोदी ने आरोप लगाया कि, 2004 और 2014 के बीच सत्ता में रहते हुए कांग्रेस ने बजट का 15 प्रतिशत हिस्सा अल्पसंख्यकों पर खर्च करने की योजना बनाई थी, लेकिन भाजपा के कड़े विरोध के कारण यह प्रस्ताव छोड़ दिया गया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने इस विचार को अभी पूरी तरह से नहीं छोड़ा है। कांग्रेस के विभाजनकारी एजेंडे का उल्लेख करते हुए मोदी ने कहा कि कांग्रेस के लिए केवल एक ही अल्पसंख्यक है और वह है उसका पसंदीदा वोट बैंक।