धर्म-कर्म
कृष्ण तत्व में समाहित करा देता है राधा नाम स्मरण – साध्वी वैष्णवी
श्रीमद भागवत कथा – प्रथम दिवस
दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान के तत्वावधान में सात दिवसीय भागवत कथा का हुआ शुभारंभ
रिपोर्ट – प्रदीप कुमार
वाराणसी। दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान के तत्वावधान में बुधवार को नरिया स्थित रामनाथ चौधरी शोध संस्थान में सप्ताहव्यापी श्रीमद भागवत कथा का शुभारंभ हुआ। कथा रसपान कराती हुई आशुतोष महाराज की शिष्या साध्वी वैष्णवी भारती ने प्रथम दिन राधा नाम की महिमा का वर्णन करते हुए कहा कि राधा नाम इतना शक्तिशाली है कि जो भी उनका नाम स्मरण करता है वे उसे कृष्ण तत्व में समाहित करा देती है। राधा सिर्फ एक भाव नही है बल्कि महाभाव की मूर्ति है, जिसने भी इस नाम का सहारा लिया वह इस भवसागर से पार लग जाता है। उन्होंने कहा कि भागवत महापुराण समाधि की अवस्था में लिखा गया ग्रंथ है। महर्षि वेदव्यास प्रभु चरित्र में इतने डूब गए थे कि उन्होंने समाधि की महा अवस्था मे भागवत की रचना की। उन्होंने एक लाख श्लोकों से युक्त भागवत की रचना की। साध्वी वैष्णवी भारती ने कहा कि जीवन में आनंद का अनुभव करना है तो भजन का आसरा लीजिए, मनुष्य के मन मे प्रभु भाव का संचार करने में मदद करती है भजन गंगा। कथा प्रसंग में साध्वी वैष्णवी ने जयदेव द्वारा गीत गोविंद की रचना, राजा परीक्षित को श्राप, शुक्रदेव मुनि का आगमन आदि प्रसंगों का वर्णन किया।
कथा का शुभारंभ यजमानों द्वारा व्यासपीठ के पूजन के साथ हुआ। इसके पश्चात संत समाज एवं अन्य विशिष्ट अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर कथा का औपचारिक शुभारंभ हुआ। कथा का संचालन स्वामी अर्जुनानंद ने किया।
प्रातःकाल निकली भव्य शोभायात्रा- कथा के शुभारंभ पर प्रथम दिवस प्रातःकाल कथा स्थल से भव्य शोभायात्रा निकाली गई। बैंड बाजे की धुन पर सैकड़ो की संख्या में भक्त नाचते गाते हुए चल रहे थे। उनके पीछे श्रीकृष्ण के भजन गाते चल रहे थे। सबसे आगे विशाल सुसज्जित रथ पर आशुतोष महाराज का चित्र लगाया गया था, उसके पीछे बग्घी पर देव विग्रहों की झांकियां सजाई गई थी। उनके पीछे मुख्य यजमान महेश चौधरी एवं कृष्णा चौधरी सिर पर भागवत पोथी लिए चल रहे थे। शोभायात्रा नरिया स्थित रामनाथ चौधरी शोध संस्थान से प्रारम्भ होकर लंका, संकटमोचन, भोगबीर, साकेत नगर होते हुए वापस कथा स्थल पहुँच कर समाप्त हुई। शोभायात्रा का शुभारंभ मुख्य अतिथि शांति देवी रूंगटा ने किया। इस अवसर पर मुख्य रूप से अरविंद भालोटिया, अनीता भालोटिया, गणपत धानुका, मीना अग्रवाल, सुरेश तुलस्यान, आशीष अग्रवाल, सृष्टि अग्रवाल, किरण धानुका, बीना अग्रवाल, अनिल अग्रवाल, मनीष गिनोडिया आदि उपस्थित रहे।
