गाजीपुर
गाजीपुर ट्रिपल मर्डर: पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने खोली बर्बरता की परतें, अंतिम संस्कार से भी कतराए अपने

गाजीपुर। डिलियां गांव की यादव बस्ती में रविवार दोपहर जो घटित हुआ, उसने रिश्तों की परिभाषा को झकझोर कर रख दिया। महज 12 बिस्वा ज़मीन के लालच में अभय यादव उर्फ भुट्टन ने कुल्हाड़ी से अपने पिता, मां और बहन की नृशंस हत्या कर दी थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने इस बर्बरता को और स्पष्ट कर दिया है।
सूत्रों के अनुसार, पोस्टमार्टम में यह सामने आया कि आरोपी ने पिता शिवराम यादव (65) के शरीर पर कुल 9 बार कुल्हाड़ी से वार किया था। वहीं बहन कुसुम (36) के शरीर पर 7 गहरे घाव मिले और मां जमुनी देवी (60) को 3 वार कर मौत के घाट उतारा गया। तीनों के गर्दन, सिर, पीठ और बांहों पर गंभीर घाव पाए गए हैं।
तीनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए सोमवार को जिला मुख्यालय स्थित हाउस में लाया गया, जहां करीब पौने तीन घंटे तक प्रक्रिया चली। पहले पिता शिवराम का, फिर बेटी कुसुम का और अंत में जमुनी देवी का पोस्टमार्टम हुआ। शवों के पंचनामे और अंतिम संस्कार की प्रक्रिया में पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी क्योंकि मृतकों के परिजन, पड़ोसी और रिश्तेदार भय व आक्रोश के कारण शामिल होने से बचते रहे।

घटना के बाद से गांव में सन्नाटा पसरा है। घर के दरवाजे बंद हैं और लोग समूहों में फुसफुसा कर इस जघन्य अपराध की चर्चा कर रहे हैं। घर के बाहर चूल्हा नहीं जला और अंदर गोबर से लिपे कमरे खून से सने दिखाई दिए। छोटे बच्चों को परिजन मृतक के घर की ओर जाने से रोकते रहे।
पुलिस के अनुसार, खतौनी में बहन कुसुम का नाम देख अभय ने गुस्से में यह भयावह कदम उठाया। सपा के सदर विधायक जै किशुन साहू, जिलाध्यक्ष और कुछ पुलिसकर्मियों की उपस्थिति में शवों को मृतका जमुनी देवी के मायके पक्ष को सौंपा गया। बीती शाम मृतका के भाई शिवशंकर यादव ने शिवराम, जमुनी और कुसुम का अंतिम संस्कार किया।
गांव वालों की आंखों में आंसू थे लेकिन हत्यारे बेटे और उसकी पत्नी के प्रति नाराजगी भी कम नहीं थी। गांव के कई लोगों का मानना है कि अभय की मानसिक स्थिति लंबे समय से ठीक नहीं थी, लेकिन उसने जो किया उसका कोई माफ़ी नहीं है।