वाराणसी
ट्रेन में बम की अफवाह फैलाने वाला आरोपी गिरफ्तार

वाराणसी। रेलवे यात्रियों के बीच अफरा-तफरी और दहशत फैलाने की नीयत से ट्रेन में बम होने की झूठी सूचना देने वाला आरोपी आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ गया। यह सफलता रेलवे पुलिस की विशेष अभियान के तहत मिली, जिसका नेतृत्व अपर पुलिस महानिदेशक रेलवे प्रकाश डी, पुलिस उपमहानिरीक्षक रेलवे प्रयागराज राहुल राज तथा पुलिस अधीक्षक रेलवे प्रयागराज प्रशान्त वर्मा कर रहे थे।
वाराणसी रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म संख्या 10/11 के फुटओवर ब्रिज की सीढ़ियों के पास से आरोपी राजेश शुक्ला को गिरफ्तार किया गया। यह कार्रवाई पुलिस उपाधीक्षक रेलवे वाराणसी कुँवर प्रभात सिंह के पर्यवेक्षण में प्रभारी निरीक्षक रजोल नागर व उनकी टीम द्वारा अंजाम दी गई।
गौरतलब है कि आरोपी ने 2 जून 2025 को काशी एक्सप्रेस (15018) एवं कमायनी एक्सप्रेस (11071) में बम होने की झूठी सूचना कंट्रोल रूम को दी थी। इस फर्जी सूचना के चलते दोनों ट्रेनों को जंघई स्टेशन पर रोककर सघन चेकिंग कराई गई, जिससे यात्रियों में दहशत का माहौल बन गया और रेल यातायात बाधित हुआ। पुलिस व रेलवे प्रशासन को घंटों मशक्कत करनी पड़ी।
पुलिस ने सर्विलांस तकनीक की मदद से आरोपी की पहचान की, जो मुंबई के कोलीबारा शिवान हाट क्षेत्र में निवास कर रहा था, जबकि उसका मूल निवास जौनपुर जनपद के मछलीशहर थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम दियांवा महादेव है। गिरफ्तारी के दौरान उसके पास से वह मोबाइल फोन भी बरामद किया गया, जिससे उसने फर्जी सूचना दी थी।
राजेश शुक्ला के विरुद्ध मु0अ0सं0-146/25, धारा 353, 351(4), 217(2) बीएनएस के तहत अभियोग पंजीकृत किया गया है। गिरफ्तार आरोपी को विधिक कार्रवाई के उपरांत न्यायालय में प्रस्तुत किया गया।
इस अहम कार्रवाई को अंजाम देने वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक रजोल नागर, उपनिरीक्षक विनोद कुमार सरोज, अरुण कुमार मिश्रा, हेड कांस्टेबल संजय यादव, ओंकारनाथ यादव, सौभाग्य पांडेय, सत्येंद्र शान, कांस्टेबल अनिरुद्ध कुमार व अभिजीत द्विवेदी शामिल थे। वहीं, सर्विलांस टीम व कार्यालय पुलिस अधीक्षक प्रयागराज की सक्रिय भूमिका भी सराहनीय रही।
रेल प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि अफवाहों से सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें।