वाराणसी
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की सुरक्षा बढ़ाने की उठी मांग, एनएसजी सुरक्षा बहाल करने की अपील

वाराणसी। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चिंता जताई जा रही है। इस संबंध में नेशनल इक्वल पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव एवं प्रवक्ता प्रकाश जायसवाल और पार्टी के संयोजक शशिप्रताप सिंह ने वाराणसी के पीसीएफ प्लाजा स्थित कैंप कार्यालय में आयोजित एक प्रेस वार्ता के माध्यम से केंद्र और राज्य सरकार से तत्काल प्रभाव से सुरक्षा बढ़ाने की मांग की।
प्रकाश जायसवाल ने कहा कि सोशल मीडिया पर अखिलेश यादव को लगातार जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं, जो बेहद गंभीर और चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में देश में जिस प्रकार का सामाजिक और राजनीतिक वातावरण बन रहा है, उसमें विपक्षी नेताओं की सुरक्षा को लेकर सरकार की जिम्मेदारी और बढ़ जाती है। ऐसे में केंद्र सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार की यह नैतिक जिम्मेदारी बनती है कि वह अखिलेश यादव को फिर से एनएसजी (NSG) सुरक्षा प्रदान करें।
उन्होंने आगे कहा कि अखिलेश यादव एक निडर, लोकप्रिय और सामाजिक सरोकारों से जुड़े हुए नेता हैं। वह अक्सर भीड़-भाड़ वाले कार्यक्रमों में भाग लेते हैं और आम जनता व कार्यकर्ताओं के बीच रहना पसंद करते हैं। उनकी इस शैली के चलते उनकी सुरक्षा में अतिरिक्त सावधानी बरतना अत्यंत आवश्यक हो गया है।
शशिप्रताप सिंह ने भी प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में सभी नेताओं को समान रूप से सुरक्षा मिलनी चाहिए, और अगर किसी नेता को खतरा है तो सरकार को तत्काल कदम उठाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव न केवल एक सांसद (कन्नौज लोकसभा) हैं, बल्कि उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं, इसलिए उनकी सुरक्षा में कोई भी लापरवाही लोकतंत्र के लिए खतरा बन सकती है।
प्रेस वार्ता के माध्यम से राष्ट्रपति, उत्तर प्रदेश के राज्यपाल और केंद्रीय गृह मंत्री से यह अपील की गई कि अखिलेश यादव की सुरक्षा को और मजबूत किया जाए और उन्हें दोबारा NSG कमांडो सुरक्षा प्रदान की जाए।
जनता और कार्यकर्ताओं के बीच लोकप्रियता को देखते हुए वक्ताओं ने यह भी कहा कि सुरक्षा को लेकर किसी भी प्रकार की चूक भविष्य में गंभीर परिणाम दे सकती है, जिसे रोकना सरकार की प्राथमिक जिम्मेदारी है।