अपराध
पत्रकार हत्याकांड: चार लेखपाल सहित आठ हिरासत में, पुलिस और परिजनों में झड़प
हत्या से पहले धमकी मिली थी
सीतापुर। पत्रकार राघवेंद्र बाजपेई हत्याकांड के बाद परिजनों और पुलिस के बीच तनाव बढ़ गया। रविवार को परिजन शव के साथ प्रदर्शन करने निकले, लेकिन पुलिस ने रोकने का प्रयास किया। इसी दौरान पुलिस और भीड़ में धक्का-मुक्की हो गई। गुस्साए लोगों ने इंस्पेक्टर अनूप शुक्ला का कॉलर पकड़ लिया।
शनिवार को दिनदहाड़े हुए इस हत्याकांड के विरोध में लोगों में भारी आक्रोश है। प्रशासन ने रात में ही शव का पोस्टमॉर्टम करवाकर परिजनों को सौंप दिया, लेकिन परिवार का कहना था कि जब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होगी, वे अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। हालांकि, पुलिस-प्रशासन के समझाने पर आखिरकार परिवार अंतिम संस्कार के लिए राजी हुआ।
‘निडर पत्रकार थे राघवेंद्र’ – भाजपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष
भाजपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रेखा वर्मा पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचीं। उन्होंने परिवार को हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया और कहा, “राघवेंद्र एक साहसी पत्रकार थे, जो हमेशा गरीबों और वंचितों की मदद करते थे। उनकी हत्या बेहद निंदनीय है। हम उनके परिवार के साथ हैं और दोषियों को सख्त सजा दिलाने के लिए प्रयासरत हैं।”
उप मुख्यमंत्री बोले – ‘हर आरोपी की होगी गिरफ्तारी’
उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने कहा कि सरकार इस मामले को गंभीरता से ले रही है। उन्होंने आश्वासन दिया, “हर आरोपी को गिरफ्तार किया जाएगा। केस को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाकर दोषियों को कड़ी सजा दिलाई जाएगी।”
हत्या से पहले धमकी मिली थी
परिजनों के मुताबिक, पत्रकार राघवेंद्र बाजपेई को 10 दिन पहले जान से मारने की धमकी मिली थी। सूत्रों के अनुसार, उन्होंने हाल ही में सरकारी भूमि घोटाले को लेकर एक रिपोर्ट प्रकाशित की थी, जिससे कई प्रभावशाली लोग नाराज थे। हत्या के पीछे इन्हीं कारणों की आशंका जताई जा रही है।
हत्या से जुड़ा CCTV फुटेज आया सामने
पुलिस को इस घटना से जुड़ा एक CCTV फुटेज मिला है। फुटेज के अनुसार, शनिवार दोपहर 2:57 बजे राघवेंद्र बाइक से जाते दिख रहे हैं। इसके करीब 20 मिनट बाद, 3:17 बजे, दो नकाबपोश बदमाश बाइक पर सवार होकर उनका पीछा करते नजर आते हैं। इसके कुछ ही सेकंड बाद, बदमाशों ने पहले उनकी बाइक को टक्कर मारी और फिर जमीन पर गिरते ही उन पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दीं।
अब तक 4 लेखपाल समेत 8 लोग हिरासत में
पुलिस ने इस मामले में चार लेखपालों सहित आठ लोगों को हिरासत में लिया है। बताया जा रहा है कि राघवेंद्र ने कुछ दिन पहले सरकारी जमीन की खरीद-फरोख्त में हुई अनियमितताओं को लेकर खबर प्रकाशित की थी। इस खबर के चलते प्रशासन ने चार लेखपालों को नोटिस जारी किया था।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने की 1 करोड़ मुआवजे और नौकरी की मांग
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय रविवार को पीड़ित परिवार से मिलने पहुंचे। उन्होंने कहा, “प्रदेश में जंगलराज कायम हो गया है। सरकार कानून व्यवस्था संभालने में नाकाम रही है। पत्रकार की हत्या दर्शाती है कि अपराधी बेखौफ हैं।” उन्होंने सरकार से पीड़ित परिवार को 1 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता और एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की। देर रात IG रेंज प्रशांत कुमार घटनास्थल पर पहुंचे और जांच-पड़ताल की। उन्होंने परिजनों से मुलाकात कर जल्द से जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी का आश्वासन दिया।
राघवेंद्र बाजपेई अपने पीछे पत्नी, 10 साल के बेटे और 2 साल की बेटी को छोड़ गए हैं। उनकी पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है। पूरे परिवार में मातम पसरा हुआ है। इलाके में इस हत्या को लेकर भारी गुस्सा देखा जा रहा है।