वाराणसी
पशुपतेश्वर महादेव आश्रम को बचाने के लिए महंत बालयोगी ने किया सनातनियों से आह्वान
गांव वालों के साथ बैठक कर जतायी चिंता, प्रशासन से की न्याय की मांग
वाराणसी । वर्ष 2013 के कुंभ मेले से शुरू हुआ सारनाथ क्षेत्र स्थित अकथा गांव में पशुपतेश्वर महादेव आश्रम परिसर पर अवैध कब्जे का मामला अब और गंभीर हो गया है। आश्रम के पीठाधीश्वर महंत बालयोगी ने ग्रामीणों एवं सनातन धर्मावलंबियों से आगे आने और आश्रम को बचाने के लिए एकजुट होने का आह्वान किया है।
महंत बालयोगी वर्ष 2013-14 में लकवाग्रस्त हो गए थे, जिसके बाद आश्रम परिसर में कब्जे की घटनाएं बढ़ने लगीं। जब वह स्वस्थ होकर लौटे और अपने आश्रम में जाने का प्रयास किया, तो उन्हें जानमाल की धमकियां मिलने लगीं।
महंत बालयोगी ने वर्ष 2024 में थाना, पुलिस उच्चाधिकारियों समेत मुख्यमंत्री कार्यालय तक अपनी फरियाद पहुंचाई। मुख्यमंत्री कार्यालय से दबाव बढ़ने के बाद पुलिस ने पहले इस मामले में बयान लिए थे, लेकिन अवैध कब्जे की समस्या अब भी बनी हुई है।
ताज़ा घटनाक्रम में आश्रम परिसर के एक कोने में स्थित एक पुराने पेड़ के नीचे रखे शिवलिंग को हटाकर वहां बाउंड्री निर्माण किए जाने की कोशिश हो रही है। इसे लेकर महंत बालयोगी ने ग्रामीणों के साथ बैठक कर चिंता जताई और प्रशासन से इस धार्मिक स्थल की रक्षा करने की अपील की।
महंत बालयोगी ने सनातनी समाज और धर्म प्रेमियों से अनुरोध किया कि वे आगे आकर इस पवित्र स्थल की रक्षा करें और प्रशासन पर उचित कार्रवाई करने के लिए दबाव बनाएं। उन्होंने कहा कि यदि जल्द उचित कदम नहीं उठाए गए, तो यह सनातन संस्कृति के लिए एक बड़ा नुकसान होगा।