वाराणसी
हिस्ट्रीशीटर पर फायरिंग का आरोपी मुठभेड़ में गिरफ्तार

वाराणसी। चौबेपुर थाना क्षेत्र के बभनपुरा गांव में हिस्ट्रीशीटर गौरव सिंह उर्फ मोनू पर हुई फायरिंग का मुख्य आरोपी अंकित सिंह रविवार आधी रात पुलिस मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस टीम को देखते ही अंकित ने सीधा फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोलियां चलाईं। दोनों ओर से तीन राउंड फायरिंग हुई।
वरुणा जोन से बैकअप फोर्स बुलाया गया और पुलिस ने इलाके की घेराबंदी की। अंधेरे का फायदा उठाकर भागने की कोशिश में अंकित सिंह को पुलिस की गोली पैर में लग गई और वह गिर पड़ा जिसके बाद पुलिस ने उसे दबोच लिया। मौके पर ही प्राथमिक उपचार के बाद उसे अस्पताल पहुंचाया गया। पुलिस ने बदमाश के पास से पिस्टल और कारतूस बरामद किया।
सूचना पाकर डीसीपी वरुण प्रमोद कुमार और एसीपी सारनाथ विजय प्रताप मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने घटनास्थल का निरीक्षण कर थानेदार से जानकारी ली। फॉरेंसिक टीम को दिशा-निर्देश दिए गए। डॉक्टरों के अनुसार, अंकित के पैर में लगी गोली ऑपरेशन के दौरान निकाली जाएगी।
11 सितंबर की रात हुआ था हमला
बभनपुरा गांव में 11 सितंबर की देर रात हिस्ट्रीशीटर गौरव सिंह पर अज्ञात हमलावरों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसाई थीं। गंभीर हालत में उसे बीएचयू ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया था। घटना के बाद गौरव के पिता सत्य प्रकाश सिंह की तहरीर पर गांव के ही वीरेंद्र सिंह, अंकित सिंह, अभिषेक सिंह, निखिल सिंह और नीरज यादव के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ।
गौरव के पिता ने बताया कि रात करीब 9:35 बजे फोन कर गौरव को घर से बाहर बुलाया गया। वह जैसे ही बभनपुरा तिराहे पर पहुंचा, पांचों आरोपियों ने मिलकर फायरिंग कर दी। घायलावस्था में उसे पहले निजी अस्पताल ले जाया गया, फिर वहां से बीएचयू रेफर कर दिया गया।
परिजनों का आरोप है कि पिछली जन्माष्टमी पर भी आरोपियों ने गौरव की हत्या का प्रयास किया था और इसकी शिकायत आईजीआरएस पोर्टल पर की गई थी, लेकिन कार्रवाई न होने से आरोपियों का मनोबल बढ़ गया।
मंत्री भी पहुंचे थे ट्रॉमा सेंटर
गोलीकांड में घायल गौरव सिंह चौबेपुर थाने का हिस्ट्रीशीटर है। उसके खिलाफ हत्या के प्रयास, मारपीट और आर्म्स एक्ट समेत 11 मुकदमे दर्ज हैं। बावजूद इसके, राजनीतिक संबंध उजागर हुए। घटना के अगले दिन कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर खुद ट्रॉमा सेंटर पहुंचे और डॉक्टरों से इलाज की जानकारी लेने के साथ ही परिजनों से बात की। उन्होंने पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया कि हमलावरों की शीघ्र गिरफ्तारी हो और यदि पुलिस की लापरवाही पाई गई तो उस पर भी कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद ही चांदपुर चौकी प्रभारी अंकुर कुशवाहा को निलंबित कर दिया गया।
सारनाथ एसीपी विजय प्रताप सिंह ने बताया कि घटना के बाद दो टीमें गठित की गई थीं और लगातार दबिश दी जा रही थी। इसी बीच अंकित सिंह मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया गया। उन्होंने कहा कि अन्य फरार आरोपियों की तलाश जारी है। वहीं, घायल गौरव सिंह की हालत में सुधार बताया गया है।