अपराध
सेना का गैरिसन इंजीनियर एक लाख की रिश्वत लेते गिरफ्तार

प्रयागराज। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) की एंटी करप्शन ब्रांच, लखनऊ ने शुक्रवार को सेना के गैरिसन इंजीनियर (मेजर रैंक) रवि सिंह और असिस्टेंट गैरिसन इंजीनियर विमल कुमार को एक लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। टीम ने दोनों अधिकारियों के आवास और अन्य ठिकानों पर छापेमारी शुरू कर दी है। मामले में शामिल अन्य अफसरों की भी तलाश जारी है।
सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली की फर्म रुद्राक्ष इंटरप्राइजेस ने रेलवे में मैनपावर सप्लाई का ठेका प्राप्त किया था। टेंडर स्वीकृत होने के बाद फर्म संचालक ने मिलिट्री इंजीनियरिंग सर्विसेज में तैनात गैरिसन इंजीनियर रवि सिंह से संपर्क कर कार्य प्रारंभ करने के लिए आवश्यक स्वीकार्यता पत्र मांगा।
रवि सिंह ने इसे जारी करने के लिए अपने असिस्टेंट विमल कुमार से बात करने को कहा। जब फर्म संचालक ने विमल कुमार से संपर्क किया, तो उसने स्वीकार्यता पत्र जारी करने के लिए 2.88 लाख रुपए की रिश्वत मांगी। फर्म संचालक ने कम लागत पर टेंडर मिलने की बात कही, लेकिन बिना रिश्वत दिए कार्य स्वीकृति पत्र जारी करने से इनकार कर दिया गया।
फर्म संचालक ने इस भ्रष्टाचार की शिकायत CBI से कर दी। CBI की एंटी करप्शन ब्रांच ने मामले की जांच शुरू की और जाल बिछाकर रवि सिंह और विमल कुमार को एक लाख रुपए लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया। गिरफ्तारी के बाद अधिकारियों के घर और अन्य ठिकानों पर छापेमारी की गई, जहां कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए गए हैं।
CBI सूत्रों का कहना है कि इस घोटाले में कुछ अन्य अधिकारी भी शामिल हो सकते हैं, जिनकी तलाश जारी है। आरोपियों से पूछताछ के बाद इस भ्रष्टाचार नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों के नाम भी सामने आ सकते हैं। फिलहाल, दोनों अधिकारियों को हिरासत में लेकर CBI आगे की जांच में जुटी हुई है।