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सियासत

सत्ता के लालच में कांग्रेस ने देश की एकता और सुरक्षा को डाला खतरे में : अमित शाह

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जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया है। इसके साथ ही राजनीतिक गलियारे में नए गठबंधन भी बन रहे हैं। ताजा गठबंधन कांग्रेस और नैशनल कॉन्फ्रेंस के बीच हुआ है। इस गठबंधन पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी सवाल दागे हैं। उन्होंने अपने 10 प्वाइंटर अटैक से कांग्रेस को सीधे निशाने पर लिया।

केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस के नेशनल कांफ्रेंस के साथ गठबंधन को लेकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि सत्ता की लालच को पूरा करने के लिए कांग्रेस ने देश की एकता और सुरक्षा को बार-बार खतरे में डाला है। सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर अमित शाह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने जम्मू-कश्मीर चुनाव में अब्दुल्ला परिवार की ‘नेशनल कॉन्फ्रेंस’ के साथ गठबंधन करके एक बार फिर अपने गुप्त इरादों को उजागर किया है।

गृह मंत्री ने कांग्रेस से 10 सवाल पूछे

अमित शाह ने कांग्रेस पार्टी से 10 सवाल पूछे हैं। इसमें उन्होंने पूछा है कि क्या कांग्रेस नेशनल कॉन्फ्रेंस के जम्मू-कश्मीर के लिए अलग झंडे, अनुच्छेद 370 और 35ए को बहाल करने, पाकिस्तान के साथ बातचीत करने, पाकिस्तान के साथ ‘एलओसी व्यापार’ शुरू करने, आतंकवाद और पथराव में शामिल लोगों के रिश्तेदारों को सरकारी नौकरियों में बहाल करने का समर्थन करती है।

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उन्होंने आगे पूछा कि क्या कांग्रेस चाहती है कि ‘शंकराचार्य हिल’ को ‘तख्त-ए-सुलेमान’ और ‘हरि हिल’ को ‘कोह-ए-मारन’ के नाम से जाना जाये। वह राज्य की अर्थव्यवस्था को फिर से भ्रष्टाचार में धकेलने और चुनिंदा पाकिस्तान समर्थित परिवारों को सौंपने की राजनीति का समर्थन करती है ?

घाटी के बीच भेदभाव की राजनीति का समर्थन करती है? कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी कश्मीर को स्वायत्तता देने की जेकेएनसी की विभाजनकारी राजनीति का समर्थन करते हैं ?

गठबंधन ने कांग्रेस के आरक्षण विरोधी रुख को उजागर कियाउन्होंने यह भी कहा कि गठबंधन ने कांग्रेस पार्टी के आरक्षण विरोधी रुख को उजागर कर दिया है।

उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने ‘आर्टिकल 370 और 35ए’ हटाने के बाद वर्षों से दलितों, आदिवासियों, पहाड़ियों और पिछड़ों के साथ हो रहे भेदभाव को खत्म करके उन्हें आरक्षण देने का काम किया। क्या राहुल गांधी नेशनल कांफ्रेंस के घोषणापत्र में उल्लेखित दलितों, गुज्जर, बकरवाल और पहाड़ियों के आरक्षण को समाप्त करने वाले आरक्षण विरोधी प्रस्ताव का समर्थन करते हैं?

नेशनल कांफ्रेंस के साथ गठबंधन करने के बाद कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी को देश के सामने अपनी आरक्षण नीति को स्पष्ट करना चाहिए।

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