वाराणसी
शिक्षण की आधारशिला है बेहतर पाठ योजना- प्रो. शैलेंद्र वर्मा
रिपोर्ट – प्रदीप कुमार
वाराणसी: उक्त वक्तव्य प्रो शैलेंद्र वर्मा ने धीरेंद्र महिला पीजी कॉलेज, सुंदरपुर ,वाराणसी के शिक्षा संकाय द्वारा पाठ योजना निर्माण पर आयोजित विशिष्ट व्याख्यान के आयोजन पर कही |मुख्य वक्ता के रूप में महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ वाराणसी के शिक्षा शास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो शैलेंद्र कुमार वर्मा ने पाठ योजना निर्माण पर सारगर्भित व्याख्यान देते हुए कहा कि पाठ योजना के निर्माण से ही एक अध्यापक अपने वांछित लक्ष्य को प्राप्त कर सकता है| बिना पाठ योजना के हमारा शिक्षण कार्य नीरस एवं दुरूह हो जाता है |अतः अध्यापकों को अपने शिक्षण कार्य हेतु पाठ योजना का निर्माण अवश्य करना चाहिए। पाठ योजना का निर्माण कक्षा के कमज़ोर विद्यार्थियों से लेकर कुशाग्र बुध्दि के विद्यार्थियों के आधार पर ही किया जाना चाहिए. उद्देश्यों का निर्धारण संज्ञान पक्ष, भाव पक्ष एवं मनोपेशीय पक्ष के आधार पर किया जाना चाहिए|पाठ योजना मे सहायक सामग्री के उपयोग को भी स्थान मिलना चाहिए| एक उत्तम पाठ योजना मे प्रश्नो की संख्या पर्याप्त होनी चाहिए तथा गृह कार्य सृजनातमक् होना चाहिये|इस अवसर पर महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ नलिनी मिश्रा ने कहा कि प्रभावी शिक्षण हेतु पाठ योजना की मुख्य भूमिका है। मुख्य वक्ता का स्वागत विभागाध्यक्ष डाॅ.प्रवीण कुमार पांडेय द्वारा किया गया।इस अवसर पर डाॅ. गीता,डाॅ शालिनी, सुनील कुमार, प्रदीप कुमार, ममता बिन्द, विभा सिंह, सुषमा सिंह, श्वेता देवी,डाॅ विजय, पुष्पांजलि, गरिमा समेत समस्त विद्यार्थी उपस्थित रहे।
