मऊ
शिक्षक दिवस की पूर्व संध्या पर राजकीय संप्रेक्षण गृह किशोर का जिला जज ने किया निरीक्षण

शिक्षक दिवस की पूर्व संध्या पर जिला जज ने राजकीय संप्रेक्षण गृह किशोर का निरीक्षण किया और किशोरों को बेहतर शिक्षा प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया। जिला जज ने किशोरों को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा आपके जीवन को संवारने का सबसे महत्वपूर्ण माध्यम है। प्रत्येक किशोर में अलग-अलग प्रतिभाएं होती हैं और स्मार्ट टीवी के माध्यम से क्लासरूम में विभिन्न घटनाओं और सीखों का अनुभव किया जा सकेगा।
उन्होंने सभी से प्रण लेने और पढ़ाई में लगन दिखाने की अपील की।अपर जिला जज हेमंत प्रसाद ने कहा कि सुधार और उज्जवल भविष्य के लिए सरकार और जिला प्रशासन हमेशा तत्पर हैं। उन्होंने किशोरों को आश्वस्त किया कि संस्था उनके उज्जवल भविष्य के लिए निरंतर प्रयास करती रहेगी। सीजीएम डॉक्टर केपी सिंह ने बताया कि डिजिटल टीवी के माध्यम से शिक्षा को और बेहतर बनाया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि किशोर गृह में रहने का उद्देश्य सुधार करना है और तीन वर्षों की इस अवधि में जीवन को सकारात्मक दिशा देने का प्रयास किया जाता है।अपर जिलाधिकारी सत्यप्रिय सिंह ने किशोरों को शिक्षा के महत्व और विभिन्न क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा दिखाने की प्रेरणा दी।
तत्पश्चात जिला जज ने क्लासरूम में लगे स्मार्ट टीवी का लोकार्पण किया और किशोर गृह की लाइब्रेरी का निरीक्षण किया। इस अवसर पर कला, पेंटिंग और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले किशोरों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संतोष कुमार उपाध्याय ने कहा कि जिला शिक्षा प्रशिक्षण संस्थान की टीम किशोरों को शिक्षा में सहयोग प्रदान करेगी। कार्यक्रम का संचालन अंजनी कुमार सिंह ने किया। इस अवसर पर जिला प्रोवेशन अधिकारी डॉक्टर श्वेता त्रिपाठी, जिला समन्वयक अमित कुमार श्रीवास्तव, अनिल कुमार चौरसिया, खंड शिक्षा अधिकारी सुनील सिंह और अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।