वाराणसी
शासनादेश रद्द करने की मांग पर अडिग सिंचाई विभाग के अधिकारी-कर्मचारी

वाराणसी। राज्य सरकार द्वारा 14 मई को जारी शासनादेश के विरोध में सिंचाई विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों ने दूसरे दिन भी काला फीता बांधकर कार्य किया। विरोध प्रदर्शन का यह दूसरा दिन रहा। कर्मचारियों ने पदों की कटौती और मृत संवर्ग घोषित किए जाने को अन्यायपूर्ण बताते हुए शासनादेश को वापस लेने की मांग की।
राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद वाराणसी के जिलाध्यक्ष श्री शशिकांत श्रीवास्तव ने बताया कि विरोध में सिंचाई विभाग के कुल 17 मान्यता प्राप्त संघ शामिल हुए। इनमें चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संघ, वाहन चालक संघ, सिंचाई संघ, सिंचाई राजस्व अधिकारी संघ, मुंशी संघ, जल लेखा कर्मचारी संघ, मिनिस्टीरियल कर्मचारी संघ, सर्किल एसोसिएशन, प्रमुख अभियंता अनुसचिवीय अधिष्ठान संघ, ड्राइंग स्टाफ एसोसिएशन, सिविल व इलेक्ट्रिकल एवं मेकेनिकल डिप्लोमा इंजीनियर्स संघ, सर्वेयर संघ आदि शामिल हैं।
पूर्व घोषित दो दिवसीय काला फीता बांधकर विरोध कार्यक्रम को सफल बनाने में शशिकांत श्रीवास्तव, इंजीनियर पी.के. राय, सत्येंद्र रघुवंशी, अवधेश पांडेय, प्रकाश श्रीवास्तव, सर्वेश उपाध्याय, ओमप्रकाश दूबे, शशिकांत कुमार, नीरज सिंह, धनंजय सिंह, लालजी पटेल, ऋषि सक्सेना, प्रशांत सोनकर, हरिश्चंद्र पटेल, संजय प्रधान, अजय श्रीवास्तव, शकील अहमद, वसीम अहमद, रईस अहमद, वीरेंद्र कुमार, अविनाश मौर्य, अनुपम, हरेंद्र यादव, कौशल पाठक सहित अन्य कर्मचारियों ने सक्रिय भागीदारी निभाई।