वाराणसी
वृद्धा को छोड़कर भागे थे बेटी-दामाद, वायरल खबर के बाद पहुंचे अस्पताल, मांगी माफी

वाराणसी। मणिकर्णिका घाट पर कुछ दिन पहले एक वृद्ध महिला बेहद दयनीय स्थिति में मिली थीं। महिला की पहचान इंद्रावती के रूप में हुई। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, यह खबर सामने आई थी कि महिला को उसकी बेटी और दामाद घाट पर छोड़कर चले गए थे। महिला की हालत इतनी खराब थी कि स्थानीय सफाईकर्मियों ने उन्हें तुरंत मंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया।
इस घटना की जानकारी समाजसेवी अमन कबीर ने सोशल मीडिया और मीडिया के माध्यम से प्रसारित की। वायरल खबर के बाद बुधवार को वृद्धा की बेटी और दामाद अस्पताल पहुंचे और वहां मौजूद चिकित्सकों व पुलिस अधिकारियों के सामने महिला से माफी मांगी।
बेटी और दामाद का कहना था कि वृद्धा लंबे समय से किसी धार्मिक स्थल पर जाने की जिद कर रही थीं। उन्होंने बताया, “मां बार-बार कह रही थीं कि हमें काशी या महाकाल जाना है। हम लोगों ने सोचा कि उनकी इच्छा पूरी कर दें, इसलिए उन्हें यहां छोड़ दिया।”
हालांकि, चिकित्सकों ने उनके इस तर्क को सिरे से खारिज करते हुए उन्हें फटकार लगाई और कहा कि “अब ये सफाई नहीं चलेगी।” अस्पताल प्रशासन और पुलिस की मौजूदगी में बेटी-दामाद से लिखित रूप में यह आश्वासन लिया गया कि वे अब से वृद्धा की समुचित देखभाल करेंगे और ऐसी लापरवाही दोबारा नहीं करेंगे।
इस दौरान वृद्धा का बेटा आदर्श सिंह भी अस्पताल पहुंचा और बताया कि उनकी मां ससुर की मृत्यु के बाद से मानसिक रूप से बेहद अकेली महसूस कर रही थीं। “हमने सेवा में कोई कमी नहीं की, लेकिन कुछ दिनों से वह जिद कर रही थीं कि किसी धार्मिक स्थल पर उन्हें छोड़ दिया जाए।”
अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सकों ने कहा कि वृद्धा को पुलिस की मौजूदगी में उनके परिजनों को सौंप दिया गया है और साथ ही सख्त हिदायत दी गई है कि भविष्य में कोई लापरवाही न हो।
समाजसेवी अमन कबीर ने घटना को लेकर प्रशासन की भूमिका की सराहना की और कहा कि “समाज को ऐसे मामलों में संवेदनशील रहना होगा, बुजुर्गों की देखभाल केवल जिम्मेदारी नहीं, नैतिक कर्तव्य भी है।”